जैन विश्वभारती संस्थान मान्य विश्वविद्यालय के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में आयोजित फे्रशर्स पार्टी कार्यक्रम का आयोजन

उदास व डरे हुये लोगों के हमदर्द तो होते हैं, लेकिन हमसफर कोई नहीं बनता- प्रो. दूगड़

लाडनूँ, 24 अगस्त 2019। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ ने कहा है कि उदास, मरे हुये से, डरे हुये लोगों के हमदर्द तो होते हैं, लेकिन उनका हमसफर होई नहीं होता। जो लोग मुस्कुराते हुये होते हैं, उनके जीवन भी प्रेरणादायी होते हैं और उनके हमसफर भी लोग बनते हैं। जीवन में पुरूषार्थ आवश्यक है, लेकिन पुरूषार्थ के साथ विरोध भी बहुत होता है और यह मान कर चलो कि विरोध होना भी प्रगति का प्रतीक है। दुनिया में लोग किसी को आगे बढते हुये नहीं देखना चाहते और वे विरोध करते हैं। पुरूषार्थ करके निरन्तर आगे बढते रहना ही सफलता है। चैम्पियन वे होते हैं, जो कभी रूकते नहीं, जब तक कि वे चैम्पियन नहीं बन जाते। आगे बढने की प्रेरणा सदा खुद से ही लें। रोज सपने देखें और उन्हें पूरा करने के लिये पुरूषार्थ करें। वे यहां महाप्रज्ञ-महाश्रमण ऑडिटोरियम में आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय द्वारा आयोजित फे्रशर्स पार्टी में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने छात्राओं से कहा कि यह संस्थान अपनी अलग पहचान रखता है और अनेक पाठ्यक्रमों से ही नहीं बल्कि नैतिक शिक्षा व जीवन मूल्यों के निर्माण एवं चारित्रिक व संस्कारों की दूष्टि से उत्थान को लेकर भी यह अद्वितीय है। इस संस्थान को अद्वितीय बनाये रखने में सबके प्रयत्न होने आवश्यक हैं। शिक्षकों से अधिक छात्राओं के प्रयत्न महत्व रखते हैं। सब मिलकर प्रयत्न करेंगे तो संस्थान नई ऊंचाईयां छूने में सफल रहेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये प्राचार्य प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में शिक्षा ज्ञान के प्रकाश और अमृत की ओर ले जाने वाली मानी गई है। उपनिषदों में इस बारे में स्पष्ट कहा गया है। उन्होंने आचार्य तुलसी के स्वप व अणुव्रतों द्वारा जीवन परिवर्तन्र, आचार्य महाप्रज्ञ के जीवन विज्ञान एवं अहिंसा प्रशिक्षण की तकनीक से मानव को वैज्ञानिक-आध्यात्मिक स्वरूप प्रदान करके समस्याओं को जड़ से खत्म करने आदि के बारे में बताया। कार्यक्रम में छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये। चंचल, आयशा, पूजा तंवर, सुमित्रा, मोनिका, काजल, हेमलता आदि ने राजथानी व पंजाबी गीतों पर आशनदार मनमोहक नृत्यों की प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में नृत्य की प्रतियेागिता भी आयोंजित की गई।

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