लाडनूँ, 15 अप्रेल 2022। जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्षा प्रो. रेखा तिवारी ने की, जिन्होंने में कहा, अपने कर्मों से अपनी पहचान बनाकर ख्याति अर्जित करने वाले डॉ. अम्बेडकर का शुरूआती जीवन अवश्य संघर्षमय रहा, लेकिन उन्होंने संविधान निर्माण के दौरान परमार्थ का रास्ता चुनते हुए पिछड़े व दलित वर्ग के उत्थान का कार्य कर देश भर में एक लोकप्रिय चेहरा बन गए। कार्यवाहक प्राचार्या डॉ. प्रगति भटनागर ने प्रारूप समिति से लेकर संविधान निर्माण प्रक्रिया में अम्बेडकर के योगदानों की विस्तार पूर्वक विवेचना की। डॉ. बलवीरसिंह ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में अम्बेडकर के योगदानों को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने समतामूलक समाज की संरचना करने में अद्वितीय योगदान दिया। कार्यक्रम में छात्रा ममता गोरा, सरिता मण्डा, राजनन्दिनी जैतमाल व प्रियंका प्रजापत ने भी डॉ. अम्बेडकर को समर्पित भावाभिव्यक्ति दी। अंत में धन्यवाद ज्ञापन श्वेता खटेड़ ने किया। कार्यक्रम में अभिषेक शर्मा, प्रगति चौरङिया, प्रेयस सोनी, देशना चारण, घासीलाल शर्मा आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालक अभिषेक चारण ने किया। विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग की ओर से डॉ. अम्बेडकर जयंती के अवसर पर समानता भोज का आयोजन किया, जिसमें छात्राओं एवं शिक्षिकाओं ने अपना खुद का बनाया खाना विश्वविद्यालय में साथ लाकर सबके साथ मिलकर सामुहिक रूप से भोजन करके समानता का संदेश दिया। इसमें रजिस्ट्रार रमेश कुमार मेहता, विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन, वित्ताधिकारी आरके जैन, डा. अमिता जैन, डॉ. आभा सिंह, डॉ. सरोज राय आदि उपस्थित रहे।