गणेश चतुर्थी कार्यक्रम में भजन-वंदना, श्लोक, आरती, की प्रस्तुति

लाडनूँ, 07 सितम्बर 2024। जैन विश्वभारती संस्थान के शिक्षा विभाग में गणेश चतुर्थी के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में भगवान गणपति का पूजन किया जाकर उनको लड्डुओं का भोग लगाया गया। साथ ही गणेश वंदना के साथ उनके महत्व व पूजन की जानकारी व परम्परा के बारे में बताया गया। विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन देश के विभिन्न भागों में आयोजित होने वाले गणेश उत्सव को देश की सामाजिक एवं धार्मिक एकता का आधार बताया और सभी प्रशिक्षणार्थियों को ऐसे उत्सवों में उत्साहपूर्वक भाग लेने हेतु प्रोत्साहित किया। उन्होंने भगवान गणपति को बुद्धि एवं सिद्धि का देवता बताया और कहा कि जीवन में सुख एवं समृद्धि का भंडार भरने के लिए उनकी पूजा की जाती है। उन्हें कुशाग्र बुद्धि सम्पन्न बताते हुए उन्होंने कहा कि वे हमें सदैव बुद्धिमान एवं ज्ञानवान बनने हेतु प्रेरित करते हैं। कार्यक्रम में पूनम पंवार ने गजानन भगवान का पौराणिक आख्यान, दीपिका एवं कोमल प्रजापत ने गणेश वंदना, धापू चैधरी ने गणेशजी के मुख्य श्लोक, कोमल ने गीत, कंचन ने मारवाड़ी भजन, हर्षिता ने विचार अभिव्यक्ति की प्रस्तुतियां दी। सामूहिक आरती के साथ कार्यक्रम सम्पन्न किया गया। कार्यक्रम में डॉ. मनीष भटनागर, डॉ. विष्णु कुमार, डॉ. अमिता जैन, डॉ. आभा सिंह, डॉ. गिरधारी लाल शर्मा, डॉ. ममता शर्मा, देवीलाल कुमावत, खुशाल जांगिड आदि सभी संकाय सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. गिरिराज भोजक ने अंत में शुभकामनाओं के साथ आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम में मंच संचालन आयुश्री चोटिया ने किया।

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