“गीता की मानव जीवन में प्रासंगिता” विषय पर व्याख्यान का आयोजन
इस युग में सामाजिक नियम-विधान ही ईश्वर-तुल्य हैं
लाडनूँ, 17 फरवरी 2018। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के सेमिनार हाॅल में शनिवार को गीता की मानव जीवन में प्रासंगिता विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। प्रो. दामोदर शास्त्री ने अपने व्याख्यान में गीता को दिव्य ध्वनि बताते हुये कहा कि हर गीत में ईश्वरीय अंश होता है, चाहे वह किसी भी भाषा का गीत क्यों न हो। उन्होंने जैन, बौद्ध व उपनिषद के वर्णन के अनुसार शब्दब्रह्म व बौद्ध संगति के बारे में बताया और ईश्वर के स्वरूप को रस-स्वरूप बताया तथा कहा कि ईश्वर की वाचिक अभिव्यक्ति सर्वप्रथम हुई थी, इसलिये ईश्वर को गीत कहा गया है। प्रो. शास्त्री ने गीता की अवधारणा में परमेश्वर के वैशिष्ट्य के बारे में बताया कि समस्त मनुष्य मिट्टी के ऐसे खिलौनों सदृश हैं, जिन्हें ईश्वर भीतर बैठा-बैठा रिमोट यानि माया से संचालित करता है। उन्होंने गीता के वर्णाश्रम के बारे में बताया कि ज्ञान का कभी भी पूर्ण उपयोग व्यवहार में संभव नहीं है। वैदिक धर्म में वर्ण व आश्रम द्वारा इन धर्मों का व्यवहारिक रूप से विभाजन किया गया है। इनमें ज्ञान व आचार दोनों मिल जाते हैं तथा ज्ञान के आलोक में आचारण तय होता है।
ईश्वर के विराट् स्वरूप को सब मानते हैं
प्रो. शास्त्री ने गीता में कृष्ण भगवान के विराट् स्वरूप के दर्शन के सम्बंध में बताते हुये कहा कि हर दर्शन में परमेश्वर का स्वरूप अलग-अलग वर्णित है। जैन धर्म का परमात्मा संसार से विरक्त है, लेकिन गीता का परमात्मा सबको देख रहा है और वहीं सबको चलाता भी है। लेकिन जैन दर्शन में भी कृष्ण के विराट् स्वरूप को लिया गया है। धर्मध्यान एवं लोकानुप्रेक्षा यही विराट स्वरूप ही है। उन्होंने अपने व्याख्यान में बताया कि गीता में मुख्य रूप से कर्म, ज्ञान, भक्ति ये तीन मार्ग है, लेकिन तीनों में कर्म करना आवश्यक बताया गया है, क्योंकि कर्म किये बिना कोई नहीं रह सकता। उन्होंने गीता का मुख्य संदेश बताया कि जो भी आपके उपर सार्वजनिक नियम लागू किये हुये हैं, उन्हें मानें। आज के युग में सामाजिक नियम-विधान ही ईश्वर-तुल्य हैं। इन नियमों के अनुसार ही कार्य करें। कर्ता भाव रखने के बजाये नियमों को सर्वोपरि मानें और तटस्थ भाव रखें। कार्यक्रम में विभिन्न शिक्षकों ने गीता और उसके व्यावहारिक दर्शन के सम्बंध में अनेक सवाल पूछे, जिनका समाधान प्रो. शास्त्री ने किया।
स्वधर्म में रह कर पुरूषार्थ करें
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ ने कहा कि गीता किसी न किसी रूप में जीवन से जुड़ी हुई है, इसीलिये इसकी हर बात रूचिकर लगती है। गीता में स्पष्ट संदेश है कि कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जो पूर्णतया दोषमुक्त हो और ऐसा भी कोई नहीं है जो पूर्ण रूप से दोषयुक्त हो। कृष्ण और अर्जुन अद्वेत हैं यहां कम्र और कर्ता अद्वेत हो जाते हैं। गीता में कृष्ण का स्पष्ट संदेश है कि स्वधर्म में मोह का समावेश नहीं होना चाहिये। कृष्ण ने अर्जुन को मोह का त्याग करके स्वधर्म की ओर प्रेरित किया था। गीता के उपदेश स्वधर्म पर रहते हुये आगे बढें तो उसमें पुरूषार्थ हो। हम स्वधर्म में प्रतिष्ठित रहते हुये उसी के विकास में लगें और मोह नहीं रखें, तो वह कल्याणकारी होता है। हमें इन ग्रंथों को जीवन से जोड़कर देखना चाहिये। कार्यक्रम में प्रो. आनन्द प्राकश त्रिपाठी, प्रो. अनिल धर, प्रो. रेखा तिवाड़ी, डाॅ. प्रद्युम्न सिंग शेखावत, डाॅ. बिजेन्द्र प्रधान, डाॅ. जुगलकिशोर दाधीच, डाॅ. गिरीराज भोजक, डाॅ. विवेक माहेश्वरी, डाॅ. योगेश जैन, सोनिका जैन आदि उपस्थित रहे। व्याख्यान के समन्वयक डाॅ. सत्यनारायण भारद्वाज ने कार्यक्रम का संचालन किया।
Latest from
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में विभागाध्यक्ष रहे प्रो. वर्मा को श्रद्धांजलि
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति का सम्मान
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के शिक्षा विभाग में आंतरिक व्याख्यानमाला के अन्तर्गत ‘समावेशी शिक्षा एवं शिक्षण अधिगम प्रक्रिया’ विषय पर व्याख्सानमाला कार्यक्रम का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) मे नवनर्ष पर शुभकामना समारोह का आयोजन
- जैन विश्व भारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में वित्तीय नियोजन के सम्बंध में राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में ‘महाकवि रसखान की कृष्ण भक्ति और उनका रचना संसार’ विषय पर व्याख्यान आयोजित
- वर्ष 2020 के दौरान संस्थान द्वारा आयोजित विभिन्न गतिविधियां
- जैन विश्वभारती संस्थान में संकाय संवर्धन कार्यक्रम के अंतर्गत ‘शिक्षा में सोचने, विचारने और खोजने पर बल’ विषय पर व्याख्यान आयोजित
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में रैगिंग अपराध निषेध सेमीनार का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में साईबर सिक्योरिटी विषय पर व्याख्यान का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के शिक्षा विभाग के अन्तर्गत संचालित ‘संकाय सवर्द्धन कार्यक्रम’ में व्याख्यान का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के दूरस्थ शिक्षा में प्रवेश के लिये आवेदन की अंतिम तिथि बढाई
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में विभिन्न दायित्वों के लिये समितियों का गठन
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के शिक्षा विभाग में “संकाय संवर्धन कार्यक्रम” के अंतर्गत व्याख्यान का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान के समाज कार्य विभाग के तत्वावधान में अन्तर्राष्ट एचआईवी व एड्स दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में संकाय संवर्द्धन कार्यक्रम में ‘तनाव प्रबंधन में योग शिक्षा की भूमिका’ विषय पर व्याख्यान आयोजित
- जैन विश्वभारती संस्थान के शिक्षा विभाग में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस एवं दीपावली पर्व के उपलक्ष में एक ऑनलाईन कार्यक्रम का आयोजन
- जैन विश्व भारती संस्थान में संकाय संवर्धन कार्यक्रम के अन्तर्गत ‘सतत विकास एवं शिक्षा’ विषय पर पत्र-वाचन
- जैन विश्व भारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में प्रतिवर्ष किये जाने वाले गरबा नृत्य प्रतियोगिता का वर्चुअल आयोजन
- जैन विश्व भारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के शिक्षा विभाग में लौहपुरूष के जन्मदिन पर एकता दौड़ व शपथ ग्रहण का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान द्वारा ‘भ्रष्टाचार मुक्त भारत’ विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के शिक्षा विभाग में बीएड व एमएड के नवीन सत्र का ऑनलाईन शुभारम्भ
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय द्वारा संचालित की जा रही आंतरिक व्याख्यानमाला में ‘भारतीय संघवाद के बदलते प्रतिमान’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ कर प्रेरणा से ‘सतर्क भारत-समृद्ध भारत’ थीम के अन्तर्गत सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान के आचार्य महाप्रज्ञ-महाश्रमण ऑडिटोरियम में जैन विश्व भारती के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का अभिनन्दन आयोजित
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर कोरोना महामारी के विरूद्ध जन आंदोलन के लिये शपथ ग्रहण करवाई
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) की कुलाधिपति के देश की सबसे अमीर महिलाओं के शुमार होने पर हर्ष
- दो समणियों के कोरोना पोजिटीव आने पर जैन विश्व भारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में तीन दिनों का अवकाश
- जैन विश्व भारती संस्थान में ऑनलाइन आयोजित की गई राष्ट्रीय स्तरीय निबंध, स्लोगन और पोस्टर-पेंटिंग प्रतियोगिता के परिणाम घोषित
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के समाज कार्य विभाग के तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस आयोजित
- जैन विश्वभारती संस्थान में संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के संयुक्त तत्वाधान में गांधी जयंती के उपलक्ष में महात्मा गांधी की विचारधारा से संबंधित एकल गायन प्रतियोगिता का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के अहिंसा एवं शांति विभाग द्वारा कुलपति प्रो. बीआर दूगड़ की प्रेरणा से ‘‘वर्तमान संकट में गांधीवादी दृष्टिकोण’’ विषय पर एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के शिक्षा विभाग द्वारा एक दिवसीय राष्ट्रीय हस्त कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के संयुक्त तत्वाधान में कुलपति प्रोफेसर बछराज दूगड़ के संरक्षण में राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस कार्यक्रम का ऑनलाइन आयोजन
- जैन विश्व भारती संस्थान (मान्य विद्यालय) के शिक्षा विभाग के अन्तर्गत सात दिवसीय आईसीटी प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान के दूरस्थ शिक्षा निदेशक प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने अपनी नवीन कृति ‘युगान्तर कर्मयोगी’ की प्रति कुलपति को भेंट
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में ऑनलाइन राष्ट्रीय स्तरीय ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के शिक्षा विभाग के तत्वावधान में हिंदी की वर्तमान में प्रासंगिकता पर राष्ट्रीय संवाद कार्यक्रम आयोजित
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में एनएसएस की छात्राओं ने किया पौधारोपण
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में गूगल क्लासरूम की उपयोगिता और तकनीक पर व्याख्यान आयोजित
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में ‘‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति’’ पर दो दिवसीय राष्ट्रीय ई-संगोष्ठी का आयोजन
- जैन विश्व भारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) को मिला तीसरा आईएसओ प्रमाण पत्र
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के दूरस्थ शिक्षा निदेशक का सेवानिवृति समारोह आयोजित
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में ‘‘महिला शिक्षाः बढते कदम’’ पुस्तक का विमोचन
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में दो दिवसीय कौशल विकास कार्यक्रम का आयोजन
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में ‘‘कोविड 19 की परिस्थिति में महिलाओं की भूमिका’’ पर एक दिवसीय ऑनलाइन वेबिनार आयोजित
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) की दूरस्थ शिक्षा की परीक्षायें स्थगित
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यलय) के समाज कार्य विभाग के तत्वावधान में महिला सुरक्षा व अधिकारों पर राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) शोध की विधियों पर दो दिवसीय ऑनलाईन राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित
- जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में आचार्य महाप्रज्ञ जन्म शताब्दी वर्ष के समापन पर कार्यक्रम का आयोजन