सैनिक दुरूह जीवन जीकर करते हैं सीमाओं की रक्षा- प्रो. दूगड़
लाडनूँ, 15 अगस्त 2019। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ ने स्वतंत्रता दिवस समारोह की अध्यक्षता करते हुये कहा कि सीमा पर तैनात होकर देश की रक्षा करने वाले सैनिकों का जीवन बहुत ही दुरूह होता है। सैनिकों का प्रशिक्षण बहुत ही जटिल प्रक्रिया के साथ सम्पन्न होता है, जिसमें वे कठिन परिस्थितियों से मुकाबला करना सीखते हैं। इस अवसर पर उन्होंने देश के तमाम शहीदों को नमन करते हुए कहा कि हमारा देश गौरवशाली है कि उसे अपने आपका बलिदान देने को तैयार रहने वाले नागरिक मिले। देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह देश के प्रति अपनी भावना का परिचय अपने व्यावहारिक जीवन में भी सतत देता रहे। इससे पहले कुलपति ने तिरंगा झंडा फहराया। एनसीसी की छात्राओं ने परेड की और झंडा को सलामी दी। कार्यक्रम में दूरस्थ शिक्षा निदेशक प्रो. आनंद प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि देश की एकता-अखंडता कायम रहने से ही विश्व में देश का गौरव बढ सकता है। वित्ताधिकारी राकेश कुमार जैन ने कहा कि राष्ट्र भावना को प्रमुख रखते हुय हमें देश के विकास में अपना योगदान देना चाहिये। इस देश ने बहुत कुछ खोया है, उसे वापस प्राप्त करने के लिए हमें समर्पित होना होगा। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की छात्राओं ने विविध देशभक्ति गीत, कवितायें और भाषण प्रस्तुत किये। समणी मृदुल प्रज्ञा, अभिषेक चारण आदि शिक्षकों ने कविताएं पढ़ी और और गीत प्रस्तुत किये। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. गिरीराज भोजक ने किया।