जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के अन्तर्गत संचालित आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय के तत्वावधान में ‘भारतीय राजनीति में गत्यात्मकता’ पर राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित

परिपक्व नेतृत्व को पहचानने और स्थापित करने में महत्वपूर्ण रही है भारतीय राजनीति- प्रो. आढा

लाडनूँ, 20 जनवरी 2021। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के अन्तर्गत संचालित आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय के तत्वावधान में ‘भारतीय राजनीति में गत्यात्मकता’ विषय पर एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ के मार्गदर्शन एवं निर्देश्सन में आयोजित इस वेबिनार में मुख्य वक्ता जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के राजनीति विज्ञान के आचार्य प्रो. आरएस आढा ने कहा कि भारतीय राजनीति में परिपक्व नेतृत्व को पहचानने और उसे वैधता प्रदान करना मुख्य गत्यात्मकता रही है। व्यक्ति केन्द्रीकृत प्रवृति भारतीय राजनीति की मुख्य गत्यात्मकता रही है। उन्होंने भारत में राजनीतिक दलों के संदर्भ में भी राजनीति की गत्यात्मकता को चिह्नित किया। महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी बिहार के डाॅ. जुगल किशोर दाधीच ने अपने वक्तव्य में परिवर्तन को प्रकृति का नियम बताते हुये भारतीय संस्कृति में मौजूद आदर्शों सत्य, अहिंसा, धर्म-सहिष्णुता, समानता, न्याय तथा स्वतंत्रता को सार्वभौमिक मानते हुए हामारी सरकारों की गत्यात्मकता को अपनाने की के बारे में जानकारी दी। एसएस जैन सुबोध पीजी महाविद्यालय की सहायक आचार्य डाॅ. मधुबाला ने राजनीति को सामाजिकता, विकास और चुनावी व्यवस्था के मुख्य बिन्दुओं के रूप में अभिव्यक्त करते हुये महत्वपूर्ण बदलावों को चिह्नित किया। उन्होंने ‘वन नेशन - वन इलेक्शन’ की प्रकृति पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम के प्रारम्भ में प्राचार्य प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने अपने स्वागत वक्तव्य में वेबिनार की विषय वस्तु पर प्रकाश डाला। वेबिनार समन्वयक डाॅ. बलवीर सिंह चारण ने कार्यक्रम का संचालन किया। अंत में अभिषेक चारण ने धन्यवाद ज्ञापित किया। वेबिनार में तकनीकी सहयोग मोहन सियोल का रहा। कार्यक्रम में डाॅ. सत्यानारायण भारद्वाज, डाॅ. रविन्द्र सिंह राठौड़, डाॅ. प्रगति भटनागर डाॅ. जेपी सिंह, डाॅ. लिपि दूगड़ कमल कुमार मोदी, अभिषेक शर्मा, श्वेता खटेड़, डाॅ. विनोद कुमार सैनी, आयुषी शर्मा आदि समस्त संकाय सदस्यो के अलावा 100 से अधिक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।

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