हनुमान प्राकट्योत्सव पर कार्यक्रम का आयोजन
हनुमान से प्रेरणा लेकर कर्तव्यों को एकनिष्ठ भाव से निभाएं- प्रो. त्रिपाठी
लाडनूँ, 16 अप्रेल 2022। जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में हनुमान जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्राचार्य प्रो. आनन्दप्रकाश त्रिपाठी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विद्यार्थियों को हनुमानजी से प्रेरणा लेकर अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों को एकनिष्ठ भाव से संस्कारोचित निभाने की आवश्यकता बताते हुए आस्था के महत्व पर रोशनी डाली। उन्होंने बताया कि भगवान राम के अनन्य उपासक एवं अद्वितीय सेवक हनुमान की भक्ति भक्त प्रह्लाद, भक्त ध्रुव, भक्तिमती मीरां एवं शबरी की यादों एवं उनके अपने स्वामी के प्रति समर्पण भाव को जहन में ताजा कर देती है। साथ ही कहा कि आमजन की आस्था के केंद्र हनुमानजी इहलौकिक न होकर पारलौकिक सत्ता के प्रतीक स्वरूप धरती पर अवतरित हुए। वे गोपीचन्द, राजा भतृर्हरि, अश्वथामा आदि की तरह अमर माने जाते हैं। इसीलिए उनके जन्मदिन को जयन्ती के बजाए प्राकट्य दिवस के रूप में मनाना समीचीन है। अभिषेक चारण ने भगवान शिव के ग्यारहवें रूद्रावतार रूप में हनुमानजी के प्राकट्य के साथ उनके जीवन को आदर्श सेवाभाव एवं अनन्य भक्तिभाव से जुड़ा बताया। अंत में डॉ. बलवीरसिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में डॉ. प्रगति भटनागर, डॉ.विनोद कुमार सैनी, प्रेयस सोनी, अभिषेक शर्मा, श्वेता खटेङ, देशना चारण, प्रगति चौरङिया आदि उपस्थित थे।
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