जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में स्वर्ण पदक लेकर लौटी छात्राओं का किया स्वागत-सम्मान
जैन विश्वभारती संस्थान की छात्राओं ने योग में राष्ट्रीय स्तर पर फहराया परचम
लाडनूँ, 19 नवम्बर 2019। नेशनल योगा चैम्पियनशिप प्रतियोगिता में लाडनूँ के जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के योग एवं जीवन विज्ञान विभाग की छात्राओं ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करके स्वर्ण पदक प्राप्त किये हैं। छात्राओं के इस ओपन योग चेम्पियनशिप में राष्ट्रीय स्तर पर परचम फहराने के बाद वापस लौटने पर विश्वविद्यालय में स्वागत किया गया। डाॅ. प्रद्युम्न सिंह शेखावत ने बताया कि भारत सरकार के आयुष मंत्रालय एवं इंटरनेशनल फेडरेशन आफ योगा प्रोफेशनल से मान्यता प्राप्त एवं विश्व आयुर्वेद शोध एवं विकास परिषद से सम्बद्ध फाईव स्टार वेलफेयर एंड स्पोर्ट्स क्लब के तत्वावधान में आनन्द आश्रम नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय योग चेम्पियनशिप में विश्वविद्यालय के योग एवं जीवन विभाग की इन छात्राओं ने राजस्थान राज्य का प्रतिनिधित्व किया और प्रतियोगिता में 21 से 25 आयुवर्ग में योग का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके गोल्ड मैडल हासिल किया। इस सामुहिक योग प्रदर्शन प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय की वृंदा दाधीच, सरिता माली, विमला माली, अनिता, नीतू, बेबी व करूणा को राष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ घोषित किया गया एवं उन्हें स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय योग चेम्पियनशिप प्रतियोगिता में एकल प्रदर्शन में इस विश्वविद्यालय की छात्रा सरिता माली ने कांस्य पदक प्राप्त किया। ये सभी छात्रायें अब विश्व स्तर पर अगले वर्ष जनवरी माह में आयोज्य योग चेम्पियनशिप प्रतियोगिता में भी देश की ओर से प्रतिनिधित्व करते हुये भाग लेंगी।
कुलपति ने किया स्वागत
इस राष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त उपलब्धि के पश्चात इन छात्राओं के विश्वविद्यालय में वापस लौटने पर कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ ने इन सभी छात्राओं का अभिनन्दन किया एवं बधाई व शुभकामनायें देते हुये उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि योग व जीवन विज्ञान ऐसा विषय है, जो व्यक्ति का सर्वांगीण एवं सम्पूर्ण विकास करने में सक्षम है। विश्वविद्यालय के विद्यार्थी योग में विश्व-रिकाॅर्ड बना रहे हैं, वहीं राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपना और विश्वविद्यालय का परचम फहरा रहे हैं। इन छात्राओं की इस उपलब्धि पर जैन विश्वभारती के प्रधान ट्रस्टी मनोज लूणिया, प्रेक्षा इंटरनेशल के अशोक चिंडालिया, जय तुलसी फाउंडेशन के अध्यक्ष तुलसी दूगड़, जैन विश्वभारती के पूर्व अध्यक्ष रमेश चंद बोहरा व डाॅ. धर्मचंद लूकड़, अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष विमल कटारिया, प्रबंधन मंडल सदस्य प्रमोद बैद व अमरचंद लूंकड़, जैन विश्व भारती के पूर्व मंत्री अरविन्द गोठी, भारत विकास परिषद के नितेश माथुर, रमेश सिंह राठौड़, ओमप्रकाश बागड़ा, जगदीश शर्मा, अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की पूर्व अध्यक्ष कुमुद कच्छारा, आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष लूणकरण छाजेड़, जैन श्वेताम्बर तेरापंथ महासभा के अध्यक्ष हसंराज बेताला, जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के स्थानीय महामंत्री राजेन्द्र खटेड़, शांतिनिकेतन विश्वविद्यालय के प्रो. जगतराम भट्टाचार्य, दिल्ली विश्वविद्यालय में हिन्दी विभाग के प्रो. चन्द्र चैबे, जोधपुर विश्वविद्यालय में समाज शास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. केएन व्यास, प्रो. प्रियदर्शन पाटनी, कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय में राजनीति शास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. आरएस यादव, प्रख्यात वैज्ञानिक प्रो. विनय जैन, आचार्य सत्यनारायण पाटोदिया जयपुर, सुखाड़िया विश्वविद्यालय के पूर्व डीन एवं आईसीपीआर के पूर्व सचिव प्रो. एसआर व्यास, एलर्जी विशेषज्ञ डाॅ. विपुल शाह सूरत, विनोद बांठिया सूरत, गणेश दूगड़ जोधपुर, छत्तर बोथरा अहमदाबाद, पूर्व पुलिस महानिदेशक मनोज भटृट, राजस्थान पत्रिका समूह के मुख्य सम्पादक डाॅ. गुलाब कोठारी, मगध विश्वविद्यालय के डीन प्रो. नलिन शास्त्री, केन्द्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के समाज कार्य विभाग के अध्यक्ष प्रो. आशुतोष प्रधान, भारत सरकार के पूर्व वित्त सलाहकार माणक सिंघी, उद्योगपति मांगीलाल सेठिया दिल्ली व नरेश मेहता जयपुर, मर्यादा कोठारी जोधपुर, केन्द्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के शिक्षा विभाग के प्रो. मनोज सक्सेना, उदयपुर विश्वविद्यालय के पूर्व डीन प्रो. प्रेमसुमन जैन, कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. आरके यादव आदि ने इस सफलता के लिये विश्वविद्यालय को बधाई दी है।
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