राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय शिविर का आयोजन

लाडनूँ, 3 फरवरी 2020। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) की राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय शिविर का आयोजन सोमवार को किया गया। शिविर की अध्यक्षता करते हुये आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने एनएसएस के कार्यों व उद्देश्यों पर प्रकाश डला और कहा कि विद्यार्थी जीवन से ही समाज सेवा और राष्ट्रहित की सोच को विकसित करने का यह सबसे बड़ा माध्यम है। एनएसएस केवल विचार परिवर्तित ही नहीं करता बल्कि व्यावहारिक तौर पर विद्यार्थियों में समाज सेवा की आदत का विकास भी करता है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वित्ताधिकारी आरके जैन ने स्वास्थ्य एवं कॅरियर निर्माण के बारे में बताया तथा प्राकृतिक चिकित्सा के महतव को बताते हुये कहा कि इसके एक्युप्रेशर जैसी बिना दवा और बिना अतिरिक्त समय गंवाये की जा सकने वाली चिकित्सा पद्धति भी शामिल है, जिसके द्वारा कब्ज, माईग्रेन आदि बीमारियों का सफल इलाज केवल बिन्दुओं को दबा कर किया जा सकता है। छात्राओं ने उनसे इसबारे में अनेक सवाल भी पूछे, जिस पर जैन ने सबकी जिज्ञासाओं को शांत किया। इस अवसर पर गायन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें पूजा प्रजापत, सोनम कंवर, पूजा, स्नेहा पारीक, रूबीना बानो आदि स्वयंसेविकाओं ने हिस्सा लेकर अपनी प्रस्तुतियां दी। प्रतियोगिता के निर्णायकों में डाॅ. पुष्पा मिश्रा व श्वेता खटेड़ थी। कार्यक्रम के प्रारम्भ में ईकाई प्रभारी डाॅ. प्रगति भटनागर ने सात दिनों के शिविर में आयोज्य कार्यक्रमों की जानकारी दी और कहा कि अनुशासन जीवन में सबसे जरूरी होता है। छात्राओं को पूर्ण संयमित रह कर दिये गये कार्यक्रमों को सम्पन्न करना है। अंत में द्वितीय इकाई प्रभारी डाॅ. बलबीर सिंह चारण ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

बैंकिंग क्षेत्र में बढते साईबर अपराध की रोकथाम के लिये सावधानियां जरूरी- डूडी

4 फरवरी 2020। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) की राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे सात दिवसीय शिविर के द्वितीय दिवस अलग-अलग सत्रों का आयोजन करके विश्व कैंसर दिवस, बौद्धिक सत्र में साईबर अपराध व बैंकिंग व्यवस्थायें पर व्याख्यान तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। एनएसएस के ईकाई प्रभारी डाॅ. प्रगति भटनागर व डाॅ. बलबीर सिंह चारण के निर्देशन में चल रहे इस शिविर के दौरान आयोजित बौद्धिक सत्र में मुख्य वक्ता ओरियंटल बैंक ऑफ काॅमर्स के अधिकारी कैलाश चंद डूडी ने एनएसएस की छात्राओं को बैंकिंग व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी प्रदान की तथा बताया कि नेट बैंकिंग नवीन व्यवस्था है और इसके माध्यम से तेज लेनदेन संभव हो पाया है। हालांकि इसमें अनेक साईबर अपराधी सेंध लगाने के प्रयास करते हैं, फिर भी कुछ सावधानियां बरतने पर हम असुविधाओं और ठगी के शिकार होने से बच सकते हैं। उन्होंने साईबर अपराधों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुये उनके प्रति छात्राओं को जागरूक किया तथा साईबर अपराध का शिकार होने से बचने के उपाय बताये। डूडी ने बैंकिंग क्षेत्र में कॅरियर बनाने के बारे में भी बताया और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के सूत्र छात्राओं को बताये।

विश्व कैंसर दिवस का आयोजन

विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर शिविर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डाॅ. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने कैंसर की व्यापकता व भयावहता के बारे में बताया तथा उनसे बचने के लिये बरती जाने वाली सावधानियां एवं रहन-सहन में किये जाने वाले बदलावों के बारे में छात्राओं को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसी भी बीमारी को आने से रोका जा सकता है, अगर उसके प्रति सावधानियां बरती जावे। इलाज से बचाव हमेशा बेहतर होता है। स्वयंसेविका प्रतिष्ठा कोठारी ने इस अवसर पर कैंसर के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुये छात्राओं को कैंसर से बचाव केे लिये प्रेरित किया और उन्हें स्वस्थ जीवन जीने के सूत्र बताये। शिविरके तृतीय सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये; स्वयंसेविका अर्चना शर्मा ने गायन द्वारा इस सत्र का शुभारम्भ किया। अन्य स्वयंसेविकाओं ने भी अपनी प्रसतुतियां दी।

स्वस्थ रहने की कला का जानना सबके लिये जरूरी- प्रो. त्रिपाठी

5 फरवरी 2020। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) की राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे सात दिवसीय शिविर के तृतीय दिवस स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाकर प्राथमिक चिकित्सा सहायता उपलब्ध करवाने के बारे में प्रशिक्षण के साथ स्वस्थ्य रहने के सूत्र एवं प्रयोगशाला जांच के बारे में बताया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी दी गई। एनएसएस के ईकाई प्रभारी डाॅ. प्रगति भटनागर एवं डाॅ. बलबीर सिंह चारण के निर्देशन में आयोज्य इन कार्यक्रमों में तीसरे दिन आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वयंसेवी छात्राओं के लिये आवश्यक है कि वे प्राथमिक चिकित्सा एवं स्वस्थ रहने की कला अवश्य सीखें। वे इस प्रशिक्षण के पश्चात आपातकाल में किसी की भी मदद के लिये तैयार रह सकती है और प्राथमिक चिकित्सा पहुंचा कर किसी की जान बचा सकती हैं। जीवन में इस प्रकार की जानकारियां बहुत ही अमूल्य होती हैं। उन्होंने स्वास्थ्य को सबसे बड़ी सम्पति के रूप में चित्रांकित करते हुये कहा कि संसार के सारे सुख स्वास्थ्य के पश्चात गिने जाते हैं।

प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण दिया

कार्यक्रम में स्थानीय राजकीय चिकित्सालय में अस्थिरोग विशेषज्ञ डाॅ. कमलेश कस्वां ने छात्राओं को दुर्घटनाओं के समय घायलों को दी जाने वाली मदद और प्राथमिक चिकित्सा के बारे में विस्तार से बताया तथा घर, सफर आदि में अचानक होने वाली व्याधि से निपटने के लिये बीमार को पहुंचाई जाने वाली प्राथमिक चिकित्सा की राहत के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने प्राथमिक चिकित्सा के लिये आवश्यक उपकरणों व दवाओं की जानकारी देने के अलावा इस दौरान कोई उपकरण व दवा का अभाव हो तो उसके विकल्प के तौर पर किये जाने वाले कार्यों के बारे में भी बताया। उन्होंने व्यक्गित स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी दी और बीमारियों से बचाव के तरीके समझाये। प्रारम्भ में प्रो. त्रिपाठी ने डाॅ. कस्वा का स्मृति चिह्न प्रदान करके सम्मान किया व उनका परिचय प्रस्तुत किया।

छात्राओं की हेमोग्लोबिन जांच की

शिविर के अगले सत्र में संस्थान के लेब टेक्नीशियन रामनारायण गैणा ने एनएसएस के सभी स्वयंसेवकों व स्वयंसेविकाओं को प्रयोगशालायी जांच, रक्त-थूक आदि के नमूने एकत्र करने, उनकी जांच करने की विधियों आदि के बारे में बताया और ब्लड प्रेशर मापने के तरीके बताये। इसके अलावा उन्होंने प्रायोगिक तौर पर स्वयंसेविकाओं की रक्त जांच करते हुये उनके रक्त में हेमोग्लोबिन की जांच की और प्रक्रिया को अच्छी तरह से समझाया। तृतीय चरण में स्वयंसेवियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रसतुत किये। कार्यक्रम का संचालन छात्रा दिव्यता कोठारी ने किया।

मंगलपुरा गांव में स्वास्थ्य जागरूकता रैली निकाल कर दिया संदेश

6 फरवरी 2020। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) की राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे सात दिवसीय शिविर के अंन्तर्गत चतुर्थ दिवस गुरूवार को एनएसएस द्वारा गोद लिये गये निकटवर्ती ग्राम मंगलपुरा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पोस्टर प्रतियेागिता, बच्चों को दूध पिलाने एवं स्वास्थ्य जागरूकता रैली के कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में विद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य जयपाल शर्मा ने स्वास्थ्य की जागरूकता को जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता बताई तथा कहा कि जन चेतना के माध्यम से हम बहुत सारी फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के इन कार्यक्रमों से उनके विद्यालय के बालकों को प्रेरणा मिलेगी। डाॅ. शिल्पी जैन ने बच्चों को दूध पिलाने के कार्यक्रम की प्रशंसा की और कहा कि यह स्वास्थ्य जागरूकता का कार्यक्रम विद्यार्थियों में सेहत के लिये जागरूक बनायेगा। एनएसएस के इ्रकाई प्रभारी डाॅ. बलबीरसिंह चारण ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की और बताया कि एनएसएस के स्वयंसेवक विद्यार्थी अपने सात दिनों में ऐसे विभिन्न सेवाकार्य कर रहे हैं, जिनसे आम लोगों को उनका लाभ मिल पायेगा। अंत में एनएसएस की प्रथम ईकाई प्रभारी डाॅ. प्रगति भटनागर ने आभार ज्ञापित किया।

रैली निकाली, पोस्टर चित्रित किये

इससे पूर्व एनएसएस के स्वयंसेवियों ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मंगलपुरा से एक स्वास्थ्य जागरूकता रैली का आयोजन किया, जिसको प्राचार्य जयपाल शर्मा ने हरी झंडी दिखाई। रैली गांव के प्रमुख मार्गों से होते हुये वापस विद्यालय भवन पहुंची। विद्यालय में एक पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें 25 प्रतिभागी विद्यार्थियों ने भाग लिया और स्वास्थ्य जागरूकता विषय पर चित्र उकेरे। इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। विद्यार्थियों को स्वास्थ्यवर्द्धक दुग्ध पिलाने के अलावा सड़क सुरक्षा सप्ताह को देखते हुये विद्यार्थियों को यातायात नियमों के बारे में जानकारी देते हुये उनके पालन से हादसों से बचने व सुरक्षित यात्रा की जानकारी दी गई। इस सम्बंध में एक गीत भी प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रमों में जयपाल शर्मा, डाॅ. शिल्पी जैन व अजयपाल सिंह भाटी, डाॅ. प्रगति भटनागर, डाॅ. बलबीरसिंह चारण, संतोष कुमार भोजक, नरपत, भंवरलाल आदि उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय शिविर सम्पन्न

11 फरवरी 2020। जैन विश्वभारती संस्थान में राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के तत्वावधान में संचालित सात दिवसीय शिविर के समापन पर स्वयंसेवक व स्वयंसेविकाओं ने विश्वविद्यालय परिसर में श्रमदान करके परिसर को स्वच्छ बनाया तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों द्वारा सबका मनोरंजन किया। समापन समारोह में सात दिनों में आयोजित की गई विभिन्न प्रतियोगिताओं के तृतीय स्थान तक के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। शिविर के दौरान विशेष सहयोग प्रदान करने वाली स्वयंसेविकाओं को भी इस अवसर पर पारितोषिक प्रदान किये गये। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि सात दिनों में विद्यार्थियों ने महत्वपूर्ण कार्य करके समाज को अच्छा संदेश दिया है। उन्होंने छात्र जीवन में सेवाकार्य की भावना पनपने को देश के नवनिर्माण के लिये श्रेष्ठ बताया। प्रो. त्रिपाठी ने कहा कि यहां के मूक बधिर दिव्यांग आवासीय विद्यालय के बच्चों को प्रोत्साहन दिया जाने के लिये वहां कार्यक्रम प्रस्तुत करने और उन विद्यार्थियों को कार्यक्रम में पुरस्कृत करने को एक अच्छा कार्य बताया। कार्यक्रम में एनएसएस के द्वितीय इकाई प्रभारी डाॅ. बलबीर सिंह चारण ने सात दिवस के दौरान किये गये समस्त क्रियाकलापों, प्रतियोगिताओं और समाजसेवा कार्यों के बारे में जानकारी दी और प्रगति विवरण प्रस्तुत किया। स्वयंसेविका रूबीना बानो ने शिविर के अपने अनुभव साझा किये। एनएसएस की प्रथम इकाई प्रभारी डा. प्रगति भटनागर ने अंत में आभार ज्ञापित किया।

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