छात्रहितों के लिये एक तिहाई कार्मिकों को बुलाकर जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में किया कामकाज शुरू
विद्यार्थियों के लिये घर बैठे परीक्षा देने की सुविधा की जायेगी
लाडनूँ, 14 मई 2020। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देशानुसार एवं व्यापक छात्र-हितों को ध्यान में रखते हुये जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) द्वारा आवश्यक कार्मिकों को ड्यूटी पर बुलाकर प्रशासनिक कामकाज प्रारम्भ किया है। विश्वव्यापी कोरोना महामारी और देश भर में लाॅकडाउन के कारण लम्बे समय से संस्थान के समस्त प्रशासनिक कामकाज ठप्प ही थे। केवल विद्यार्थियों के लिये विभिन्न आॅनलाईन एप्प के माध्यम से उन्हें घर बैठे पढाई करवाई जा रही थी। प्रशासनिक कामकाज के लिये विश्वविद्यालय द्वारा एक तिहाई से भी कम कर्मचारियों को कार्यालय में बुलाया गया है। इन सभी कार्मिकों की प्रतिदिन नियमित स्वास्थ्य जांच एवं पूर्ण सेनिटाईज करने की समस्त व्यवस्थायें इस्तेमाल की जा रही हैं। संस्थान द्वारा छात्रहितों में आवश्यक प्रशासनिक कार्यों को करते समय कार्मिकों में सामाजिक दूरी, सेनेटाइजेशन, मास्क, थर्मल-स्केनिंग, आरोग्य-सेतु एप एवं अन्य आवश्यक सुरक्षा मार्गदर्शकों की भी परिपालना सुनिश्चित की गई है।
केन्द्र व राज्य सरकार के आदेशों की पालना
कुलपति के निजी सचिव मोहन सियोल ने बताया कि राजस्थान सरकार के आदेश संख्या प.18(2)शिक्षा-4/2019, दिनांक 03-05-2020 एवं राजस्थान सरकार द्वारा जारी लोकडाउन 3.0 के दौरान जारी दिशा-निर्देशानुसार तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के 29 अप्रैल, 2020 के परीक्षाओं एवं शैक्षणिक-कैलेण्डर के दिशा-निर्देशों के अनुरूप व्यापक छात्र-हित को ध्यान में रखते हुए जैन विश्वभारती संस्थान ने अपने आवश्यक प्रशासनिक कार्यों को प्रारम्भ किया है। ये प्रशासनिक कार्य एक-तिहाई से भी कम कर्मचारियों द्वारा संचालित करवाए जा रहे हैं। इन कार्यों में विद्यार्थियों के आन्तरिक-मूल्यांकन, सेशनल-वर्क, आॅनलाईन कक्षाओं के आयोजन की सुव्यवस्था के साथ ही उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए परीक्षाओं के आयोजन की व्यवस्था एवं सरकारी नियमों के तहत करणीय आवश्यक लेखा-कार्य तथा राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् हेतु किये जाने वाले कार्य प्रारम्भ किये गए हैं।
परीक्षाओं के सम्बंध में समिति की बैठक आयोजित
कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ ने बताया कि विद्यार्थियों की परीक्षाओं के लिए तत्संबंधी गठित एक समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में लिये गए निर्णयों को वैधानिक निकाय से स्वीकृति के पश्चात् विद्यार्थियों को संसूचित किया जा सकेगा। समिति के सदस्यों ने जानकारी दी कि परीक्षाओं के आयोजन में विद्यार्थियों के हितों को व्यापक रूप से ध्यान में रखा गया है तथा इस बात की अनुशंसा भी की गई है कि विद्यार्थी घर बैठे आवश्यक परीक्षाएं दे सकें। संवैधानिक निकाय की स्वीकृति के पश्चात् इनका विस्तृत विवरण उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का कोई भी विद्यार्थी कोविड-महामारी काल में परेशान न हो, इसके लिए जैन विश्वभारती संस्थान की वेबसाइट पर ‘काउण्टर कोविड-19 काउण्सलिंग सैल’ के माध्यम से परामर्श का कार्य प्रारम्भ किया गया है जिसमें विद्यार्थी अपनी समस्याओं का निदान ई-मेल अथवा वाट्सएप के द्वारा भी प्राप्त कर सकते हैं एवं इस हेतु शीघ्र ही एक तीन-स्तरीय मार्गदर्शन सेवा का भी प्रारम्भ किया जाएगा, जिससे विद्यार्थी कोई समस्या होने की स्थिति में सम्पर्क कर सकेंगे।
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