जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ कर प्रेरणा से ‘सतर्क भारत-समृद्ध भारत’ थीम के अन्तर्गत सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन
पारदर्शी अधिकारी पर कभी नहीं लग सकता है भ्रष्टाचार का आरोप- प्रो. त्रिपाठी
लाडनूँ, 27 अक्टूबर 2020। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ कर प्रेरणा से ‘सतर्क भारत-समृद्ध भारत’ थीम के अन्तर्गत सतर्कता जागरूकता सप्ताह का शुभारम्भ मंगलवार को किया गया। उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये दूरस्थ शिक्षा निदेशक प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सतर्कता जरूरी है। इसके लिये समाज में जागरूकता लाने के लिये व्यक्ति को पहले स्वयं को सतर्क बनाना चाहिये। अपने आप को जानकर अपनी कमियों को दूर करके समाज के सामने उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिये। उन्होंने कहा कि बिजली-पानी का अपव्यय को बंद करने के लिये बिजली बचाने व पानी बचाने के छोटे-छोटे प्रयास भी सतर्कता के लिये आवश्यक है। इसी प्रकार यातायात के नियमों का पालन भी सतर्कता है। यात्रा के दौरान भी व्यक्ति को सतर्क रहना चाहिये। इस प्रकार जीवन के हर क्षेत्र में सतर्कता लानी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सतर्कता जागरूकता की शपथ ग्रहण की गई है तो लिये गये संकल्प के पीछे आत्मचिंतन होना चाहिये, ताकि उसे जीवन में उतारा जा सके। उन्होंने रिश्वत को लेने व देने दोनों का बहिष्कार करने और जीवन को शुद्ध बनाने का आह्वान किया तथा कहा कि पारदर्शी अधिकारी पर कभी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लग सकता है। इस अवसर पर समस्त कार्मिकों को सतर्कता जागरूकता की सामूहिक रूप से शपथग्रहण करवाई गई।
प्रामाणिकता से ही समृद्ध भारतका निर्माण संभव
शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन ने कहा कि जागरूकता के अभाव में शोषण होता है। व्यक्ति जिस भी क्षेत्र में काम करे, उस क्षेत्र के बारे में हर प्रकार की जानकारी व जागरूकता के साथ उसका अपडेट रहना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आजकल लोग दायित्व मिलने से पूर्व तो बहुत उत्सुक होते हैं, लेकिन दायित्व प्राप्त हो जाने के बाद वे काम तो करते हैं, लेकिन मजबूरी में करते हैं, मजबूती से नहीं करते। यही बाधा देश को समृद्ध भारत बनने से रोकती है। काम के प्रति प्रामाणिक बनना जरूरी है। प्रामाणिकता से काम करने पर ही समृद्ध भारत बन सकता है। उन्होंने चिंता जताई कि देश में कामचोरों की संख्या बढ रही है। इनसे कभी सामथ्र्य व समृद्धि नहीं आ सकती है। अपने आप में काम करने की ललक पैदा करनी जरूरी हैं हम सबको समर्पण भाव से आनन्द के साथ काम करना चाहिये, तभी उसका सार्थक परिणाम मिलेगा। कार्यक्रम के संयोजक डाॅ. बिजेन्द्र प्रधान ने सतर्कता जागरूकता सप्ताह के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुये कहा कि हमें प्रत्येक क्षेत्र में सतर्कता लानी होगी। व्यवस्थाओं के प्रति जागरूक बनना होगा। खुद जागरूक बनेंगे तो औरों को भी जागरूक बना पायेंगे। उन्होंने केन्द्रीय सतर्कता आयोग के निर्देशों के बारे में भी जानकारी दी। सह संयोजक डाॅ. भाबाग्रही प्रधान ने अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में डाॅ. बलवीरसिंह चारण, अभिषेक शर्मा, अभिषेक चारण, डाॅ. प्रगति भटनागर, डाॅ. मनीष भटनागर, डाॅ. रविन्द्रसिंह राठौड़, डाॅ. पुष्पा शर्मा, श्वेता खटेड़, डाॅ. सत्नयनारायण भारद्वाज, शेर सिंह आदि उपििसत रहे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. विकास शर्मा ने किया।
पुलिस प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार दूर करना आवश्यक- ताराराम
28 अक्टूबर 2020। जैन विश्व भारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) द्वारा ‘सतर्क भारत-समृद्ध भारत’ कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित किये जा रहे सतर्कता जागरूकता सप्ताह में द्वितीय दिवस पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। नेशनल वेबिनार के मुख्य अतिथि रायसिंहनगर गंगानगर के डिप्टी एसपी ताराराम ने अपने व्याख्यान में पुलिस प्रशासन के अंतर्गत व्याप्त भ्रष्टाचार को दूर किया जाने के उपायों तथा अन्य विभागों के साथ पुलिस महकमे से समन्वय स्थापना की जाने के सम्बंध में चर्चा की। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता जैविभा विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. आनंद प्रकाश त्रिपाठी ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमें सतर्कता की शुरुआत अपने आप से करनी होगी। भारत सतर्क रहेगा, तो निश्चित ही समृद्ध बनेग और सशक्त भी होगा। उन्होंने अपने सम्बोधन में ऐसे कई उदाहरण दिए, जिनके कारण सभी नागरिकों में जागरूकता और सतत सतर्कता बनी रहे। उन्होंने शरीर की सतर्कता, वाणी की सतर्कता तथा अन्य कई प्रकार से सतर्कता के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. बिजेंद्र प्रधान ने प्रारम्भ में सतर्कता जागरूकता अभियान एवं वेबिनार के सम्बंध में जानकारी दी और अतिथियों का परिचय प्रस्तुत करते हुये सतर्कता की आवश्यकता बताई। कार्यक्रम के अंत में डॉ. भाबाग्राही प्रधान ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन सहायक आचार्य डॉ. विकास शर्मा ने किया।
सतर्कता जागरूकता अभियान के तहत निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित
29 अक्टूबर 2020।जैन विश्व भारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) द्वारा ‘सतर्क भारत-समृद्ध भारत’ कार्यक्रम के अंतर्गत कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ के निर्देशन में आयोजित किये जा रहे सतर्कता जागरूकता सप्ताह में तृतीय दिवस पर ‘भारत में सतर्कता के संदर्भ में भ्रष्टाचार विरोधी रणनीति’ विषय पर निबध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जागरूकता सप्ताह के संयोजक डाॅ. बिजेन्द्र प्रधान ने बताया कि प्रतियोगिता में प्रथम से तृतीय रहने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जायेगा तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किये जायेंगे। प्रतियोगिता में सम्मिलित होने वाले समस्त प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाणपत्र प्रदान किये जायेंगे। प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों, कार्मिकों एवं उनके परिवार जनों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता का संयोजन डाॅ. अमिता जैन ने किया।
‘सतर्क भारत-समृद्ध भारत’ पर नारा लेखन प्रतियोगिता हुई
30 अक्टूबर 2020। जैन विश्व भारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) द्वारा ‘सतर्क भारत-समृद्ध भारत’ कार्यक्रम के अंतर्गत कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ के निर्देशन में आयोजित किये जा रहे सतर्कता जागरूकता सप्ताह में चैथे दिवस पर ‘सतर्क भारत-समृद्ध भारत’ विषय पर नारा लेखन प्रतियोगिता का ऑनलाईन आयोजन किया गया। जागरूकता सप्ताह के संयोजक डाॅ. बिजेन्द्र प्रधान ने बताया कि प्रतियोगिता में प्रथम से तृतीय रहने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जायेगा तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किये जायेंगे। प्रतियोगिता में सम्मिलित होने वाले समस्त प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाणपत्र प्रदान किये जायेंगे। प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों, कार्मिकों एवं उनके परिवार जनों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता का संयोजन डाॅ. अमिता जैन ने किया। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व ‘भारत में सतर्कता के संदर्भ में भ्रष्टाचार विरोधी रणनीति’ विषय पर निबध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया।
‘‘सतर्क भारत-समृद्ध भारत’ पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन
31 अक्टूबर 2020। जैन विश्व भारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) द्वारा ‘सतर्क भारत-समृद्ध भारत’ कार्यक्रम के अंतर्गत कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ के निर्देशन में आयोजित किये जा रहे सतर्कता जागरूकता सप्ताह में पांचवें दिवस पर ‘सतर्क भारत-समृद्ध भारत’ विषय पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का ऑनलाईन आयोजन किया गया। जागरूकता सप्ताह के संयोजक डाॅ. बिजेन्द्र प्रधान ने बताया कि प्रतियोगिता में प्रथम से तृतीय रहने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जायेगा तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किये जायेंगे। प्रतियोगिता में सम्मिलित होने वाले समस्त प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाणपत्र प्रदान किये जायेंगे। प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों, कार्मिकों एवं उनके परिवार जनों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता का संयोजन डाॅ. अमिता जैन ने किया।
सतर्क भारत समृद्ध भारत के साप्ताहिक कार्यक्रम में प्रतियोगिताओं का आयोजन
निबंध में मंडा, स्लोगन में गुर्जर व पोस्टर प्रतियोगिता में स्मृति प्रथम रही
03 नवम्बर 2020। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में आयोजित सतर्कता जागरूकता सप्ताह में “सतर्क भारत समृद्ध भारत” के साप्ताहिक कार्यक्रमों में हुई ऑनलाइन प्रतियोगिताओं के परिणामों की घोषणा की गई है। सांस्कृतिक समन्वयक डाॅ. अमिता जैन ने बताया कि इन एक सप्ताह के विविध कार्यक्रमों में निबंध, स्लोगन लेखन एवं पोस्टर पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इनमें से निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर बी.एस.सी.-बी.एड पंचम सेमेस्टर की छात्रा भगौती मंडा रही। द्वितीय स्थान पर बी.एड. चतुर्थ सेमेस्टर की सरिता एवं तृतीय स्थान पर बी.एड. तृतीय सेमेस्टर जसोदा सिद्ध रही। स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर बी.ए.-बी.एड. तृतीय सेमेस्टर की छात्रा रेखा गुर्जर, द्वितीय स्थान पर एम.एड.तृतीय सेमेस्टर की सरिता परमार एवं तृतीय स्थान पर बी.एड. चतुर्थ सेमेस्टर की पूजा चारण रही। पोस्टर पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर बी.एस.सी.-बी.एड. तृतीय सेमेस्टर की छात्रा स्मृति कुमारी, द्वितीय स्थान पर बी.एस.सी.-बी.एड.तृतीय सेमेस्टर की ही आयशा खान एवं तृतीय स्थान पर पूजा कंवर रही। प्रतियोगिताओं में कुल 35 प्रतिभागियों ने भाग लिया था। निर्णायक की भूमिका डॉ. ममता सोनी, अभिषेक चारण एवं श्वेता खटेड ने निभाई।
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