जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के शिक्षा विभाग में “संकाय संवर्धन कार्यक्रम” के अंतर्गत व्याख्यान का आयोजन

तेजी से बढते मनोरोगों के प्रति जागरूकता जरूरी- डाॅ. अमिता जैन

लाडनूँ, 5 दिसम्बर 2020। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के शिक्षा विभाग में “संकाय संवर्धन कार्यक्रम” के अंतर्गत “वर्तमान में मानसिक रोगों के लक्षण, कारण तथा उपाय” विषय पर डॉ. अमिता जैन ने अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि मानसिक रोगों की बढ़ती संख्या ने व्यक्ति, समाज व देश को प्रभावित किया है। मानसिक रोगों की संख्या वैश्विक महामारी कोविड-19 के बाद तेजी से फैली है। व्यक्ति में भय, तनाव, अनिद्रा आदि के कारण यह रोग तेजी से बढ़ा है। इच्छाएं, आकांक्षा और आवश्यकताओं की पूर्ति के अभाव के कारण मनोरोग ग्रस्तता बड़ी है। मानसिक रोग गंभीर समस्या के रूप में उभर कर हमारे समक्ष उपस्थित है। यह अति आवश्यक हो गया है कि मानसिक रोगों के प्रति लोगों को जागरूक किया जावे। मानसिक रोगों के कारण विभिन्न प्रकार के शारीरिक रोगों का उद्भव भी हो रहा है। जिस वातावरण के कारण मानसिक रोगी बढ़ रहे हैं, उसके बढ़ने का कारण जानना आवश्यक हैं और फिर उसे रोकने के उपाय खोजने होंगे। डाॅ. जैन ने इस विषय पर गहन चिंतन तथा मनन की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि स्वस्थ व्यक्तियों से ही देश का विकास संभव है। बीमारु देशों ने कभी भी अपना विकास नहीं किया है। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन ने कहा कि अवकाश के समय का सदुपयोग, रचनात्मक कार्य एवं सकारात्मक सोच आदि से मानसिक रोगों से बचा जा सकता है। कार्यक्रम के अंतर्गत डॉ. सरोज राय, डॉ. आभा सिंह, डॉ. गिरिराज भोजक, डॉ. गिरधारीलाल, डॉ. ममता सोनी, प्रमोद ओला, ललित कुमार आदि उपस्थित रहे।

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