‘जीवन में सफलता के मंत्र’ पर व्याख्यान आयोजित

काम छोटा या बड़ा नहीं होता बशर्ते ईमानदारी से किया जाए- प्रो. जैन

लाडनूँ, 13 मार्च 2024। जैन विश्वभारती संस्थान के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में प्राचार्य प्रो. आनंदप्रकाश त्रिपाठी के निर्देशन में एक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया, जिसमें लोंगेवाला विश्वविद्यालय पंजाब के प्रो. प्रदीप कुमार जैन ने ‘जीवन में सफलता के मंत्र’ पर आधारित व्याख्यान प्रस्तुत किया। प्रो. जैन ने जीवन में संयम एवं विकास की जरूरत बताते हुए कैरियर को लेकर बचपन से बुने छात्राओं के सपनों को सकारात्मक के साथ आगे बढ़ाने का हौंसला भी दिया। कहा कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता बशर्ते उसे ईमानदारी से किया जाए। उन्होंने जीवन में प्रगति के पथ को प्रशस्त करने हेतु केएसए का मंत्र देते हुए बताया कि के का मतलब नोलेज, एस से स्किल डवलेपमेंट और ए से एटीट्यूड होता है। उन्होंने छात्राओं को सदैव बेहतरीन नॉलेज के साथ अच्छी स्किल का उपयोग करते हुए सकारात्मक एटीट्îूड को अपनाने की नसीहत दी तथा कहा कि इस फार्मूले को अपनाकर कोई भी विद्यार्थी गुणवत्तापूर्ण करियर के साथ एक आदर्श व्यक्तित्व का निर्माण कर सकता है, जो उसके स्वयं के लिए और समूचे राष्ट्र हेतु हितकारी होगा।

मिटाई छात्राओं की झिझक

इस दौरान प्रो. जैन ने मन की झिझक को मिटाने के लिए उपस्थित छात्राओं में से पांच ऐसी छात्राओं को चुना, जिन्होंने कभी सार्वजनिक मंच पर अपने आप को अभिव्यक्त न किया हो। इन छात्राओं से सीधे संवाद करते हुए प्रो. जैन ने उन्हें प्रेरित किया। व्याख्यान के बाद अनेक छात्राओं ने प्रो. जैन से करियर से सम्बंधित विभिन्न शंकाओं का समाधान प्राप्त किया। कार्यक्रम की अध्यक्ष प्रो. रेखा तिवाड़ी ने ज्ञान के साथ संस्कारों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता, लेकिन आत्मविश्वास एवं स्वावलंबन की पृष्ठभूमि पर ही मेहनत का की जा सकती है। प्रारम्भ में अभिषेक चारण द्वारा स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया। अतिथि वक्ता प्रो. जैन का पुष्पगुच्छ, शाॅल और प्रतीक चिह्न प्रदान कर सम्मान भी किया गया। अंत में डॉ. प्रगति भटनागर ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में श्वेता खटेड़, प्रेयस सोनी, मधुकर दाधीच अनूप कुमार, देशना चारण, घासीलाल शर्मा, हीरालाल देवासी आदि उपस्थित रहे।

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