कॅरियर की संभावनाओं के अनेक द्वार खोलता जैविभा विश्वविद्यालय का योग एवं जीवन विज्ञान विभाग

वर्तमान वैश्विक आवश्यकता योग के लिए सबसे श्रेष्ठ शिक्षण-प्रशिक्षण की सुविधाएं-व्यवस्थाएं उपलब्ध, यहां के विद्यार्थियों ने योग में बनाए अनेक विश्व-कीर्तिमान

लाडनूँ, 15 जून 2024। योग का वर्चस्व वैश्विक स्तर पर नजर आने लगा है। योग में कैरियर की संभावनाएं भी वृहद् हो चली है। ऐसे में प्रामाणिक योग प्रशिक्षण के लिए प्रायः युवा वर्ग तलाश करता है। जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय में 1991 में स्थापित भारत का सबसे पुराना योग विभाग संचालित है। यहां के विद्यार्थियों ने योग में विश्व-रिकाॅर्ड कायम करने के साथ ही देश-विदेश में भी योग का परचम फहराया है। यहां योग शिक्षा के लिए प्रवेश जारी है। स्नातक स्तर के लिए प्रवेश के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 22 जुलाई है। 100 रूपए विलम्ब शुल्क सहित अंतिम तिथि 31 जुलाई निर्धारित है। स्नातकोत्तर के लिए प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश आवेदन के लिए अंतिम तिथि 31 जुलाई और 100 रूपए विलम्ब शुल्क सहित प्रवेश की आखिरी तिथि 8 अगस्त रखी गई है। शुल्क जमा करने की तिथि स्नातक प्रथम सेमेस्टर के लिए 7 अगस्त और 100 रूपए विलम्ब शुल्क सहित 14 अगस्त रखी गई है। स्नातकोतर के लिए 16 अगस्त और 100 रूपए विलम्ब शुल्क सहित 31 अगस्त आखिरी तिथि निर्धारित है।

पाठ्यक्रमों के विकल्प

योग प्रशिक्षक एवं स्पोर्ट्स कोच दशरथ सिंह ने बताया कि यहां विद्यार्थियों के लिए योग शिक्षा के लिए अनेक विकल्प उपलब्ध हैं। कक्षा 12वीं के बाद विद्यार्थियों के लिए योग में बढिया स्कोप है। वे जैविभा विश्वविद्यालय से योग में बी.ए. अथवा बी.एससी. कर सकते हैं। यह योग का त्रिवर्षीय कोर्स है। 12वीं के बाद विद्यार्थी ‘तीन प्लस एक’ कुल चार साल का इंटीग्रेटेड कोर्स भी सकते हैं, जिसमें वे बी.ए. और एम.ए. दोनों कर पाएंगे। इसके अलावा यहां बीए, बीएससी व बीकाॅम के बाद एम.ए. व एम.एससी. का 2 साल का कोर्स भी किया जा सकता है। टेन प्लस टू के बाद यहां से 6 माह का योग में डिप्लोमा कोर्स भी किया जा सकता है।

उपलब्ध सुविधाएं

उन्होंने बताया कि जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय के योग एवं जीवन विज्ञान विभाग में अत्याधुनिक कक्षाएं, योग कक्ष तथा प्रयोगशालाओं की सुविधाएं उपलब्ध हैं। साथ ही यहां पूर्ण सुसज्जित नेचुरोपैथी एवं योग चिकित्सालय की सुविधा भी उपलब्ध है। आॅल इंडिया यूूनिविर्सिटी गेम्स में सहभागिता एवं विद्यार्थियों में लिए निःशुल्क नेट कोचिंग की सुविधाएं भी मौजूद है। यहां योग्य एवं अनुभवी शिक्षकों द्वारा योग का शिक्षण एवं अभ्यास करवाया जाता है। यहां का हरितिमा युक्त एवं आध्यात्मिक वातावरण योग के शिक्षण के लिए सहायक सिद्ध होता है। यहां के योग विद्यार्थियों के विभिन्न यौगिक प्रदर्शनों को देख कर देश के गणमान्य लोग भी अचम्भित हुए हैं। योग विद्यार्थियों ने अनेक विश्व-रिकाॅर्ड भी बनाकर कीर्तिमान स्थापित किए हैं।

योग क्षेत्र में कॅरियर

दशरथ सिंह ने बताया कि योग में कैरियर बनाने के लिए बहुत सारे अवसर मौजूद हैं। राजस्थान सरकार योग प्रशिक्षक नियुक्त करती है। विभिन्न शिक्षण संस्थानों में योग शिक्षक नियुक्त हो सकते हैं। अस्पताल, होटल, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, कारखानों व उद्योगों में योग प्रशिक्षक लगाए जाते हैं। स्वयं का योग केन्द्र अथवा योग स्टुडियो खोला जा सकता है। इसके अलावा भारत अथवा विदेशों में योग शिक्षक का काम किया जा सकता है। योग चिकित्सक एवं योग परामर्शक के रूप में कॅरियर बनाया जा सकता है। गौरतलब है कि जैविभा विश्वविद्यालय के योग के विद्यार्थी आज प्रदेश भर में योग शिक्षक के रूप में राज्य सरकार में सेवाएं दे रहे हैं, तो विभिन्न औद्योगिक प्रतिष्ठानों आदि में उनकी सेवाएं ली जा रही है। यहां के शिक्षित-प्रशिक्षित अनेक योग के विद्यार्थी देश व विदेशों में भी अपनी ख्याति अर्जित कर चुके हैं।

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