सात दिवसीय पर्युषण पर्व में ‘सामायिक दिवस’ मनाया
उपासना पद्धति आत्मा से सब्ंधित होती है, धर्म से नहीं- मुनिश्री जयकुमार
लाडनूँ, 3 सितम्बर 2024। जैन विश्वभारती संस्थान के शिक्षा विभाग में मनाए जा रहे सात दिवसीय पर्युषण पर्व के तृतीय दिवस ‘सामायिक दिवस’ मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मुनिश्री जयकुमार ने कहा कि स्वयं की आत्मा का अध्ययन करना ही सामायिक है। सामायिक का अर्थ है सम की रक्षा। हर धर्म की अपनी-अपनी उपासना पद्धति होती है, उपासना पद्धति को हमें आत्मा से जोड़ना चाहिए, ना कि धर्म से। हमें दुःख निवारण के लिए दःुख का कारण खोजना होगा और दःुख का कारण खोजने के लिए सामायिक जरूरी है। जीवन में दुःख-सुख, लाभ-हानि, मान-अपमान आदि आते रहते हैं, लेकिन व्यक्ति को हर परिस्थिति में समान भाव से रहना चाहिए। सामायिक करने से हमारे कई वर्षों के पाप भी साफ हो सकते हैं।
जीविका से जरूरी है जीवन दर्शन
उन्होंने जीविका से ज्यादा जरूरी जीवन दर्शन बताते हुए विद्यार्थियों को जीविका के साथ जीवन दर्शन करने की भी राह दिखाई। मुनिश्री जयकुमार ने कहा कि संसाधनों से हमें सुविधा जरूर मिल सकती है, किंतु सुख नहीं मिल सकता। सुख की प्राप्ति के लिए हमें हमारी इंद्रियों को काबू में करना होगा। विद्यार्थियों को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सामायिक का अनुसरण करना चाहिए। जब मस्तिष्क शांत व तनाव मुक्त होगा, तभी समता का भाव आ सकेगा। मुनिश्री ने विद्यार्थियों को पुण्य श्रावक की कथा सुनाते हुए कर्म निर्जरा से अवगत कराया। उन्होंने कर्मों में गति को आवश्यक बताया और व्यक्ति को अच्छी चीज ग्रहण करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के प्रारमभ में आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आनंद प्रकाश त्रिपाठी ने मुनिश्री जयकुमार का स्वागत किया व विषय प्रवर्तन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. बनवारी लाल जैन ने किया। अंत में डॉ. अमिता जैन ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम में समस्त संकाय सदस्य व विद्यार्थी उपस्थित रहे।
Latest from
- विद्यार्थियों को दी गई फिट इंडिया मोबाइल ऐप के बारे में जानकारी
- फिट इंडिया सप्ताह के तहत योग एवं प्रेक्षाध्यान का करवाया अभ्यास
- चेतनापूर्ण जीवन शैली ही मानसिक स्वास्थ्य की कुंजी- डॉ. भोजक
- ‘हम सभी के लिए मानव अधिकार’ थीम पर कार्यक्रम आयोजित
- ‘भाषाओं के माध्यम से एकता’ विषय पर कार्यक्रम आयोजित
- राष्ट्रीय भारतीय भाषा उत्सव पर कार्यक्रम आयोजित
- फिट रहने के लिए विभिन्न सुझाव एवं विचारों पर मंथन
- स्थानीय खेल में विद्यार्थियों ने लिया उत्साह पूर्वक भाग
- राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित विश्व अल्पसंख्यक दिवस समारोह में जैविभा विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि हुए सम्मिलित
- निबंध लेखन तथा समुह- चर्चा कार्यक्रम का आयोजन
- राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने ली स्वच्छता रखने की शपथ
- संस्थान के अहिंसा एवं शांति विभाग में मानवाधिकार दिवस पर कार्यक्रम आयोजित
- आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में भारतीय भाषा उत्सव पर कार्यक्रम आयोजित
- दुःसाहसी पर्वतारोही-बाइकर नीतू चौपड़ा ने छात्राओं को सिखाए आत्मरक्षा के गुर
- प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चन्द्र बोस की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित
- जनजातीय गौरव दिवस तथा जनजातीय गौरव वर्ष पर कार्यक्रम आयोजित
- जैविभा विश्वविद्यालय के कुलपति रहे प्रो. लोढा को मिला लाईफटाईम अचीवमेट अवार्ड
- अब शिक्षा क्षेत्र में डिजीटलाइज भविष्य के लिए हो सकेंगे विद्यार्थी तैयार
- अहिंसा एवं शांति विभाग में मनाया गया संविधान दिवस
- एनएसएस के शिविर में राष्ट्रीय एकता एवं साम्प्रदायिक सद्भाव पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित
- जैन विश्वभारती संस्थान एवं राज्य सरकार के आयुष विभाग के साथ हुआ एमओयू
- जैन विश्वभारती संस्थान के अहिंसा एवं शांति विभाग द्वारा विश्व दार्शनिक दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन
- जैविभा विश्वविद्यालय में भव्य कवि सम्मेलन आयोजित
- राष्ट्रीय स्तरीय सात दिवसीय जैन स्काॅलर कार्यशाला आयोजित
- 15वां दीक्षांत समारोह अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण के सान्निध्य में गुजरात के सूरत में आयोजित
- सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में छात्राओं ने सजाई आकर्षक रंगोलियां
- तीन दिवसीय ‘यह दिवाली, माय भारत वाली’ कार्यक्रम आयोजित
- राष्ट्रीय एकता व दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया
- पुरखों व संस्कारों के प्रति आस्था होने पर ही व्यक्ति की सम्पूर्णता- ओंकार सिंह लखावत
- दीपावली पर तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित
- मेहंदी प्रतियोगिताओं में 28 छात्राओं ने हाथों पर सजाई नई-नई डिजाइनें
- एनएसएस की स्वयंसेविकाओं ने विश्वविद्यालय में सफाई अभियान चलाया
- जैन विश्व भारती संस्थान के अहिंसा एवं शांति विभाग की सहायक आचार्य डॉ.लिपि जैन को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार
- संस्थान में संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के संयुक्त तत्वाधान में प्रथम एकदिवसीय शिविर का आयोजन
- अनुपयोगी सामग्री के उपयोग से सजावटी व उपयोगी वस्तुओं का निर्माण
- आईपीएसएस द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में महिला सशक्तिकरण मुद्दा छाया रहा
- केन्द्रीय उच्च शिक्षा मंत्री ने जैविभा संस्थान की प्राच्य विद्याओं व मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की
- छात्राध्यापिकओं ने गरबा महोत्सव आयोजित
- विश्व दृष्टि दिवस पर कार्यक्रम आयोजित
- अहिंसा एवं शांति विभाग के विद्यार्थियों ने किया शैक्षणिक भ्रमण
- शिक्षा विभाग में नवागन्तुक छात्राध्यापिकाओं के स्वागत के लिए ‘सृजन 2024’ का आयोजन
- आगमों एवं प्राचीन अभिलेखों में मौजूद हैं भारतीय संस्कृति के समस्त मूल तत्व- डाॅ. समणी संगीतप्रज्ञा
- ‘उत्तम स्वास्थ्य एवं आध्यात्मिक अनुकूलता’ विषय पर व्याख्यान
- विश्व शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन
- रक्तदाता स्वयंसेविकाओं व छात्राओं को प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित
- एनएसएस स्वयंसेविकाओं ने लगाए पंछियों के लिए परिंडे, चुग्गा-पात्र व घोंसले
- लाडनूँ से 52 छात्राध्यापिकाओं के दल ने गुजरात व माउंट आबू का किया पांच दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण
- प्राकृत भाषा और साहित्य के विकास में जैनाचार्यों और मनीषियों का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा- डाॅ. रविन्द्र कुमार खाण्डवाला
- राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर किया गया आयोजन
- महात्मा गांधी जयंती पर एक कार्यक्रम का आयोजन