एनएसएस स्वयंसेविकाओं ने लगाए पंछियों के लिए परिंडे, चुग्गा-पात्र व घोंसले

लाडनूँ, 5 अक्टूबर 2024। जैन विश्वभारती संस्थान की राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों एवं शिक्षा विभाग में गठित पर्यावरण क्लब व विज्ञान क्लब के संयुक्त तत्वावधान में पक्षियों के संरक्षण और उनकी देखभाल के लिए महत्वपूर्ण पहल करते हुए संस्थान के परिसर में पानी परिंडे, घोंसले और दाना बॉक्स लगाए गए हैं। इनसे पक्षियों को पानी और भोजन मिल सकेगा और साथ ही उनके रहने के लिए सुरक्षित स्थान भी उपलब्ध हो सकेगा। कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ ने इस अवसर पर कहा कि प्रकृति का हम सबके लिए महत्वपूर्ण स्थान है। हमें इसकी रक्षा की जिम्मेदारी उठानी चाहिए। परिंडा, घोंसलों आदि के छोटे-छोटे कदमों से जीव-जंतुओं के लिए सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयंसेविकाओं को सक्रिय रूप से निरन्तर प्रयासरत रहने और अपने आसपास के पर्यावरण को संरक्षित करने में सहयोग देने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. बी.एल. जैन ने पक्षियों को पूरे पारिस्थितिकी तंत्र के लिए महत्वपूर्ण बताया और कहा कि उनकी रक्षा व संरक्षण की दिशा में परिंडे, चुग्गा पात्र और कृत्रिम घोंसले का प्रयास काफी महत्व रखता है। इस दिशा में लगातार जागरूकता रखी जानी आवश्यक है। इन गतिविधियों से पक्षियों की सुरक्षा में मदद मिलने के साथ ही पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने प्रकृति के प्रति संवेदनशील बनने और उसमें योगदान देने के लिए विद्यार्थियों से आग्रह किया। कार्यक्रम के लिए गौसेवा टीम लाडनूं ने परिंडे की सामग्री उपलब्ध करवाई। कार्यक्रम राष्ट्रीय सेवा योजना की संयोजक डॉ. आभा सिंह, विज्ञान क्लब के प्रभारी डॉ. विष्णु कुमार, गौसेवा टीम लाडनूं के गौसेवक अमित डांवर के मार्गदर्शन से हुआ। कार्यक्रम में गौसेवा टीम लाडनूं के सूर्य प्रकाश जांगिड़, गजेंद्र भोजक, शिक्षा विभाग के संकाय सदस्य, विज्ञान क्लब की छात्राएं व राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयंसेविकाएं व अन्य विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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