दुःसाहसी पर्वतारोही-बाइकर नीतू चौपड़ा ने छात्राओं को सिखाए आत्मरक्षा के गुर

संकट की घड़ी में निडर होकर मन एवं मस्तिष्क को साधे रखें महिलाएं- नीतू चौपड़ा

लाडनूँ, 2 दिसम्बर 2024। विश्वभर में महिला सुरक्षा कोच, ब्लॉगर, बाइकर, पर्वतारोही के रूप में जानी जाने वाली हिम्मत एवं हौंसले की प्रतिमूर्ति नीतू चौपड़ा बालोतरा ने यहां जैन विश्वभारती संस्थान के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय एवं शिक्षा विभाग में छात्राओं को साहस का पाठ पढाया। यहां आयोजित कार्यक्रम में चौपड़ा ने छात्राओं को आत्मरक्षा के अनेक गुर सिखाए, ताकि भविष्य में छात्राओं के लिए वे पाथेय का काम करे। चौपड़ा ने बताया कि हिम्मत और हौसला हर महिला के लिए आवश्यक है। जब कभी कोई संकट आए, तो उस विकट घड़ी में भी महिलाओं को अपने मन व मस्तिष्क को साधे रखना चाहिए। धैर्य और साहस ये किसी भी परिस्थिति से मुकाबला किया जाना संभव होता है। कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने नीतू चौपड़ा से विभिन्न प्रश्न भी पूछे, जिनका समुचित समाधान चौपड़ा ने किया। इस अवसर पर नीतू चौपड़ा ने अपने खुद के जीवन के अनुभवों को जभी प्रस्तुत किया, जिन्हें जानकर एवं उनके समक्ष आने वाली कठिनाइयों से पार होने की कहानी की रोचक जानकारी से छात्राएं रोमांचित व ऊर्जस्वित अनुभूत हुई।

चौपड़ा के जीवन के रोमांचक कार्य

चौपड़ा ने बताया कि हैदराबाद के देशभर में चर्चित प्रियंका रेड्डी गैंग रैप के विरोध में ’लड़कियों घर से बाहर निकलो अभियान’ के तहत उन्होंने 18 दिन में कश्मीर से कन्याकुमारी तक 4600 किमी की यात्रा कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का संदेश दिया था। बाद में ‘युवा जागेगा देश बचेगा’ के आह्वान के साथ उन्होंने ’संपूर्ण भारत में अकेले बाइक राइड कर 20 हजार 354 किमी की यात्रा की तथा अपने साथ एक पैसा भी रखे बिना संपूर्ण भारत के 28 राज्यों व 9 केंद्र शासित प्रदेशों को बाइक से नापकर एक कीर्तिमान कायम कर पहली भारतीय महिला बनने का गौरव हासिल किया था। वर्तमान में वे ’प्रोजेक्ट परवाज- डर को डराओ, डेयरिंग बन जाओ‘ के तहत 5 देशों की ट्रक ड्राइवर के साथ लिफ्ट लेकर यात्रा कर रही हैं, जिसमें भारत तथा नेपाल की यात्रा पूर्ण हो चुकी है और अब भूटान की यात्रा करेंगी। वे एवरेस्ट बेस कैंप सर्किट 26 दिन में बिल्कुल अकेले करते हुए 48 घंटे ग्लेशियर में फंसने के बावजूद ‘सेल्फ रेस्क्यू’ करते हुए जिंदा वापस लौटी थी। हाल ही में उन्होंने पांच कैलाश की 580 किमी लंबी दुर्गम यात्रा 64 दिनों में पैदल चलकर पूर्ण की है। वे पैराग्लाइडिंग, पर्वतारोहण, समुद्री लहरबाजी, स्कूबा आदि एडवेंचर की ट्रेनिंग भी सफलतापूर्वक पूर्ण कर चुकी हैं। इसके अलावा ‘कौन बनेगा करोड़पति’ टीवी शो में अमिताभ बच्चन द्वारा भी उन्हें सम्मानित किया था।

अपूर्व साहस से भरी महिला है चौपड़ा

कार्यक्रम के प्रारम्भ में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आनंदप्रकाश त्रिपाठी व शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन ने कार्यक्रम की रूपरेखा और नीतू चौपड़ा का परिचय प्रस्तुत करते हुए उनका स्वागत किया। उन्होंने नीतू चौपड़ा को दृढ संकल्पों युक्त, अतीव परिश्रमी एवं अपूर्व साहस से भरी महिला बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्षा प्रोफेसर रेखा तिवाड़ी ने करते हुए आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन हिंदी व्याख्याता अभिषेक चारण व डॉ. अमिता जैन ने किया। कार्यक्रम के दौरान सभी संकाय सदस्यों एवं छात्राओं की उपस्थिति रही।

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