साढे चार सालों का कोर्स पूरा करके विद्यार्थी बन सकेंगे नेचुरोपैथी डाॅक्टर

लाडनूँ के जैविभा विश्वविद्यालय में बीएनवाईएस के मेडिकल कोर्स में प्रवेश प्रारम्भ,

लाडनूँ, 30 मई 2025। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) द्वारा अब लाडनूँ में नेचुरोपैथी डाॅक्टर बनने के द्वारा खोल दिए हैं। विश्वविद्यालय के के आचार्य महाप्रज्ञ नेचुरोपैथी एवं योग चिकित्सा महाविद्यालय में नेचुरोपैथी एवं योग चिकित्सा विज्ञान में साढे पांच साल को मेडिकल डिग्री कोर्स बी.एन.वाई.एस. (बैचलर ऑफ नेचुरोपैथी एंड यौगिक साईंस) का साढे पांच साल (साढे चार वर्ष का कोर्स एवं एक साल इंटर्नशिप) का मेडिकल कोर्स प्रारम्भ किया गया है। वर्तमान में प्रवेश प्रारम्भ किया जा चुका है। बीएनवाईएस में प्रवेश के लिए विद्यार्थी को फिजीक्स, केमिस्ट्री व बायोलोजी में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ 10 प्लस 2 उतीर्ण होना आवश्यक है। इस कोर्स के बाद डिग्रीधारक विद्यार्थी ‘ए’ ग्रेड डाॅक्टर के रूप में अपना कॅरियर बना सकते हैं। उनके सामने जहां स्वयं को अस्पताल-क्लिनिक खोलने का आॅप्शन होगा, वहीं वे किसी भी विश्वविद्यालय या महाविद्यालय में व्याख्याता के रूप में भी अपना कैरियर चयन कर सकते हैं। बीएनवाईएस के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय, आयुष मंत्रालय, केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद (सीसीआरवाईएन) जैसे अनुसंधान परिषद जैसे सरकारी क्षेत्र में भी रोजगार मिल सकता है और भारत के साथ-साथ विदेशों में भी नौकरी के अवसर प्राप्त होंगे। गौरतलब है कि राज्य सरकार के आयुर्वेद, योग व प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्धा, एवं होम्योपैथी (आयुष) विभाग के शासन उप सचिव सावन कुमार चायल द्वारा इस सम्बंध में जैविभा विश्वविद्यालय को 60 सीटों की अनुमति व अनापति प्रमाण पत्र जारी किया था। इस सम्बंध में राईजिंग राजस्थान समिट-2024 में विभाग के साथ हस्ताक्षरित एम.ओ.यू. की क्रियान्विति इस अनुमति के साथ ही की जा रही है। इस सम्बंध में विश्वविद्यालय द्वारा समस्त प्रकार की आपूर्तियां की जा चुकी हैं। जैविभा विश्वविद्यालय क्षेत्र पूरी तरह से प्राकृतिक सौंदर्य, शांति और प्रदूषण से मुक्त है। यहां उच्च अनुभव प्राप्त फेकल्टह सदस्य हैं, जो गहरी समझ के साथ सिखाने में विशेषज्ञता प्राप्त हैं। यहां भव्य भवन में स्थापित आधुनिक संयंत्रों युक्त नेचुरोपैथी अस्पताल स्थापित हैं, जिसमें समस्त नवीनतम उपकरणों से सुसज्जित लैबोरेट्टी मौजूद है। इन सबमें विद्यार्थियों को नियमित रूप से प्रेक्टिस करने का अवसर मिलेगा।

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