जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में शिक्षा के साथ-साथ लड़कियां सीखती है घुड़सवारी भी

घोड़े पर बैठ कर दौड़ लगाती है यहां हर शनिवार काॅलेज की लड़कियां

लाडनूँ, 6 अक्टूबर 2018। लड़कियां और घुड़सवारी, यह सुनने में थोड़ा सा अजीब लग सकता होगा, लेकिन यहां आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में हर शनिवार को लड़कियां घोड़े पर बैठ कर दौड़ लगाती है। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में परिसर के अन्दर शनिवार को लड़कियां घाडे़ पर सवार होने के लिये अपनी बारी का इंतजार करती है। शैक्षेणेत्तर गतिविधियों के अन्तर्गत गठित यहां रानी लक्ष्मी बाई क्लब में शामिल लड़कियों को घुड़सवारी सिखाई जाती है। यहां घुड़सवारी में रूचि रखने वाली लड़कियों के लिये घुड़सवारी का प्रशिक्षण निःशुल्क रखा गया है। कुशल प्रशिक्षक हर शनिवार को अपना घोड़ा लेकर यहां आता है और इन लड़कियों को घोड़े पर बैठने से लेकर लगाम थामना, उसे चलाना और दौड़ाना सभी कुछ सिखाया जाता है। इस समय इस महाविद्यालय में पढने वाली कुल 20 लड़कियां रानी लक्ष्मीबाई क्लब में शामिल होकर घुड़सवारी सीख रही है।

काफी पसंद कर रही है लड़कियां

प्राचार्य प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में छात्राओं के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुये संचालित की जाने वाली विविध गतिविधियों में घुड़सवारी को काफी पसंद किया जा रहा है। इस गतिविधि को महाविद्यालय में सतत जारी रखा जायेगा। छात्रायें इसके लिये काफी उत्सुक है, लेकिन एक समूह को अच्छी तरह से तैयार करने के बाद दूसरे समूह को भी तैयार किया जायेगा। उन्होंने बताया कि छात्राओं को यहां घुड़सवारी का प्रशिक्षक प्रदान करने के लिये प्रसिद्ध घुड़सवार अशोक भार्गव की सेवायें ली जा रही है। महाविद्यालय में रानी लक्ष्मीबाई क्लब का प्रभारी अपूर्वा घोड़ावत व योगेश टाक को बनाया गया है। ये दोनों अपनी देखरेख में लड़कियों को घुड़सवारी सिखाने के लिये कार्य कर रहे हैं। घोड़े को दौड़ाने के लिये जैन विश्वभारती संस्थान का परिसर पर्याप्त है। यहां बहुत लम्बी-चैड़ी खुली जगह होने से प्रशिक्षक और प्रशिक्षणार्थी लड़कियों किसी को भी इसमें परेशानी नहीं होती है।

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