विश्व एड्स दिवस पर लोगों को रेड रिबन लगाकर दिया बचने का संदेश
एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्ति को दुत्कारें नहीं, उसे प्यार दें- डाॅ. मिश्रा
लाडनूँ, 01 दिसम्बर 2018। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के समाज कार्य विभाग में शनिवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया तथा सबको रेड बिरन लगाकर जागरूकता का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में एड्स व रोकथाम के बारे में बताया गया। विभागाध्यक्ष डाॅ. बिजेन्द्र प्रधान ने बताया कि एड्स- एच.आई.वी. नामक विषाणु से होता है। संक्रमण के लगभग 12 सप्ताह के बाद ही रक्त की जॉंच से ज्ञात होता है कि यह विषाणु शरीर में प्रवेश कर चुका है, ऐसे व्यक्ति को एच.आई.वी. पोजिटिव कहते हैं। एच.आई.वी. पोजिटिव व्यक्ति कई वर्षो 6 से 10 वर्ष तक सामान्य प्रतीत होता है और सामान्य जीवन व्यतीत कर सकता है, लेकिन दूसरो को बीमारी फैलाने में सक्षम होता है। उन्होंने बताया कि एड्स का खतरा केवल उन लोगों को होता है, जो एक से अधिक लोगों से यौन संबंध रखता है, वेश्यावृति करने वालों से यौन सम्पर्क रखता है, इंजेक्शन द्वारा नशीली दवायें लेता है, यौनरोगों से पीड़ित है, पिता या माता के एच.आई.वी. संक्रमण के पश्चात पैदा होने वाला बच्चा और बिना जांच किया हुआ रक्त ग्रहण करने वाला व्यक्ति है। उन्होंने ऐसी किसी भी प्रवृति से बचने की सलाह दी। डाॅ. पुष्पा मिश्रा ने बताया कि एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्ति के साथ हाथ मिलाने, एक साथ भोजन करने, एक ही घडे का पानी पीने, एक ही बिस्तर और कपडों के प्रयोग, एक ही कमरे अथवा घर में रहने, एक ही शौचालय, स्नानघर प्रयोग में लेने से, बच्चों के साथ खेलने आदि सामान्य संबंधो से यह रोग नहीं फैलता है। मच्छरों, खटमलों आदि के काटने से भी यह रोग नहीं फैलता है। उन्होंने एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्ति को दुत्कारने के बजाये उसे प्यार देने की आवश्यकता बताई।
लगाये रेड रिबन
संस्थान के समाज कार्य विभाग के विद्यार्थियों ने विश्व एड्स दिवस पर शनिवार को यहां समस्त विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों व स्टाफ को रेड रिबन लगाकर उन्हें एड्स से बचाव का संदेश दिया। इसी प्रकार उन्होंने बालसमंद गांव में मनसुखलाल सारड़ा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पहुंच कर लोगों को एड्स रोग की जानकारी दी एवं उससे बचाव के तरीके समझाये। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उपप्रधानाचार्य मंजू कंवर ने एचआईवी-एड्स की वर्तमान स्थिति व फैलाव की संभावना बताई। विशिष्ट अतिथि डाॅ. बलवीर सिंह ने एड्स का इतिहास बताते हुयेे समस्या के समाधान प्रकाश डाला और जन सहयोग को जरूरी बताया। ललिता शर्मा ने विश्व एड्स दिवस 2018 की थीम ‘‘अपनी स्थिति जानें’’ के बारे में बताते हुये जागरूकता आवश्यक बताई। जितेन्द्र उपाध्याय ने एड्स के कारण व बचाव पर प्रकाश डाला। डाॅ. बिजेन्द्र प्रधान, डाॅ. पुष्पा मिश्रा व जितेन्द्र सिंह ने भी विचार व्यक्त किये। इस कार्यक्रम में रणजीत जायसवाल, फिरदौस, ममता, मुकेश,युधिष्ठिर, सुनील, चित्रा, सुनीता, राधा, दीपक आदि के अलावा विद्यालय के छात्रा व ग्रामवासी भी उपस्थित रहे।
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