जैन विश्वभारती संस्थान में पर्यावरण संरक्षण के लिये किया गया निर्णय, कार्मिकों के लिये खेलना भी किया जरूरी
हर माह प्रथम कार्यदिवस पर पैदल कार्यालय पहुंचेंगे कार्मिक
लाडनूँ, 29 अगस्त 2019। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ ने पर्यावरण एवं शारीरिक स्वास्थ्य के सम्बंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिये हैं। यह बात उन्होंने यहां विश्वविद्यालय के स्टाफ के साथ बैठक में कही। प्रो. दूगड़ ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा कि यहां का पूरा स्टाफ महिने में एक दिन के लिये ईंधन-चालित वाहन का उपयोग नहीं करे। इसके लिये वे हर माह के प्रथम कार्यदिवस पर पैदल अथवा साईकिल से ही कार्यालय के लिये आवागमन करें। उन्होंने 2 सितम्बर को पहले वर्किंग-डे पर सबको पैदल कार्यालय पहुंच कर इसका शुभारम्भ करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की समस्या विश्वव्यापी है और प्रत्येक नागरिक का दायित्व है कि वह कहीं न कहीं पर्यावरण के लिसे अपनी भूमिका निभाये। उन्होंने इस अवसर पर घोषणा की कि विश्वविद्यालय में प्रत्येक वर्ष पर्यावरण का कार्य करने वाले कार्मिक या कार्मिकों को विशेष रूप से सम्मानित किया जायेगा, जिसमें उन्हें नकद राशि व सम्मान पत्र आदि देय होंगे। यह सम्मान उन्हें संस्थान के स्थापना दिवस समारोह में प्रदान किया जायेगा। कुलपति ने बताया कि पूरे परिसर में कहीं भी वृक्षारोपण, सफाई कार्य, श्रमदान अथवा अन्य रूप में पर्यावरण के लिये उल्लेखनीय कार्य करने पर यह सम्मान दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि इसके लिये कार्मिक स्वयं अथवा विद्यार्थियों का समूह बनाकर भी मासिक, पाक्षिक रूप में कार्य कर सकते हैं।
खेलों में हिस्सा लेवें सभी कार्मिक
कुलपति प्रो. दूगड़ ने सबके लिये स्वास्थ्य को आवश्यक बताते हुये कहा कि खेल शरीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक व भावात्मक स्वास्थ्य के लिये भी आवश्यक होते हैं, इसलिये संस्थान के कार्मिकों को भी नियमित रूप से खेलों में हिस्सा लेना चाहिये। उन्होंने प्रतिदिन सांयकाल वाॅलीबोल, फुटबाॅल, कबड्डी, खो-खो, कैरम आदि खेल खेलने के लिये प्रेरित करते हुये कहा कि अगर वे नियमित खेलों का अभ्यास शुरू करेंगे तो वे उन्हें खेल के लिये कार्यालय समय में ही खेलने की व्यवस्था करवा देंगे। उन्होंने टीम बनाकर शुरूआत करने के लिये सबको प्रेरित किया। बैठक में कुलसचिव रमेश कुमार मेहता, विताधिकारी राकेश कुमार जैन, डाॅ. जसबीर सिंह, डाॅ. जेपी सिंह, भुवनेश शर्मा, मोहन सियोल, रमेश दान चारण, अजय पारीक, अजयपाल सिंह, पंकज भटनाकर, महिमा जैन, अंजुला जैन, विजय कुमार शर्मा, राजेन्द्र बागड़ी, दीपक माथुर, शरद जैन आदि उपस्थित थे।
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