जैन विश्वभारती संस्थान में संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के संयुक्त तत्वाधान में गांधी जयंती के उपलक्ष में महात्मा गांधी की विचारधारा से संबंधित एकल गायन प्रतियोगिता का आयोजन

एकल गायन प्रतियोगिता में स्नेहा प्रथम व कुसुम द्वितीय रही

लाडनूँ,3 अक्टूबर 2020। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार को गांधी जयंती के उपलक्ष में महात्मा गांधी की विचारधारा से संबंधित एकल गायन प्रतियोगिता कार्यक्रम का ऑनलाइन आयोजन किया गया। कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ के संरक्षण में आयोजित इस ऑनलाइन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता दूरस्थ शिक्षा निदेशक प्रो. आनंद प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि गांधी दर्शन केवल एक दर्शन ही नहीं है, बल्कि उच्च एवं श्रेष्ठ जीवन जीने का माध्यम भी है। व्यक्ति को केवल तन की ही नहीं बल्कि मन की पवित्रता भी रखनी चाहिए। उन्होंने महात्मा गांधी की अहिंसा की अवधारणा का विभिन्न पहलुओं के माध्यम से विश्लेषण किया और अहिंसा के अलग.अलग स्वरूपों पर चर्चा की। एकल गायन प्रतियोगिता में स्वयंसेविकाओं ने बढ़.चढ़ कर हिस्सा लिया। प्रतियोगिता के परिणाम में स्नेहा पारीक प्रथम रही। कुसुम नाई द्वितीय तथा भावना भाटी और रितिका दाधीच तृतीय स्थान पर रही। प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में समाज कार्य विभाग की सहायक आचार्या डा. पुष्पा मिश्रा तथा आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय की सहायक आचार्या श्वेता खटेड़ थी। कार्यक्रम की शुरूआत में एनएसएस की प्रथम इकाई के प्रभारी डॉ. बलबीर सिंह ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। अंत में इकाई प्रथम की प्रभारी डॉ. प्रगति भटनागर ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया किया। प्रतियोगिता के इस कार्यक्रम में संस्थान के विभिन्न संकाय सदस्यों सहित स्वयंसेवक एवं स्वयंसेविकाएं भी ऑनलाइन जुड़े रहे।

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