जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) का समय बदला, स्टाफ की उपस्थित आधी की, लाईब्रेरी पूरी तरह से बंद, सभी कक्षाएं बंद रहेगी
लाडनूँ, 15 अप्रेल 2021। कोरोना की दूसरी लहर के तेजी से बढने को ध्यान में रखते हुए यहां जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) द्वारा कुछ अहम कदम उठाए गए हैं। इस सम्बंध में कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ ने एक बैठक लेकर सावधानी के सम्बंध में कतिपय निर्णयों को तय किया जाकर उन्हें लागू किया गया है। कुलपति प्रो. दूगड़ ने बताया कि केाविड-19 के खतरे को देखते हुए एवं सरकार द्वारा जारी गाइड लाईन की अनुपालना में 16 अप्रेल से 30 अप्रेल तक के लिए विश्वविद्यालय में सभी कक्षाओं को बंद किया जा रहा है और लाईब्रेरी भी बंद की जा रही है। यहां विश्वविद्यालय में शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक स्टाफ को 50 प्रतिशत तक की उपस्थिति ही निर्धारित की जा रही है। इसके लिए सभी विभागाध्यक्षों को यह अधिकार दिया गया है कि वे इसके लिए अपने विभाग के स्तर पर व्यवस्थाएं करेंगे। उन्होंने बताया कि परीक्षा विभाग, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय, रजिस्ट्रार एवं कुलपति कार्यालय को आवश्यक सेवाओं में रखा जा रहा है, इसलिए इनमें यह लागू नहंी होगा। छात्रावास में भी 50 प्रतिशत छात्राओं की ही उपस्थिति रखी जाएगी।
ऑनलाईन कक्षाओं के निर्देश
कुलपति ने ऑनलाईनकक्षाओं को चालु रखे जाने एवं उसकी नियमित रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने बताया कि विज्ञान विषय की सभी प्रयोगशालाएं खुली रखी जाएंगी तथा प्रेक्टिकल करवाए जाएंगे। प्रो. दूगड़ ने स्टाफ आधा करने के निर्णय में यह अनिवार्यता भी रखी कि सभी स्टाफ केम्पस एवं मुख्यालय छोड़ कर नहीं जाएंगे। उन्हें घर पर रह कर कार्य करने की छूट भी रहेगी, लेकिन उसकी पूरी जानकारी यहां प्रशासन के पास होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि आगामी 30 अप्रेल तक के लिए यह व्यवस्थाएं की जा रही है। इसके बाद की स्थितियों एवं गाइड लाईन के आधार पर इनमें परिवर्तन भी किया जा सकेगा। कुलपति ने सभी से गाइड लाईन की पूर्ण पालना, सेनिटाईजेशन, मास्क, सोशल डिस्टेंस आदि का पालन किया जाने को सख्ती से लेने की जरूरत बताई। उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी बीमा योजना के तहत सभी को अपना रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए प्रेरित किया। बैठक में प्रो. नलिन शास्त्री, कुलसचिव रमेश कुमार मेहता, प्रो. ऋजुप्रज्ञा, प्रो. दामोदर शास्त्री, प्रो. बीएल जैन, प्रो. अनिल धर, प्रो. रेखा तिवाड़ी, डाॅ. युवराजसिंह खांगारोत, डाॅ. प्रद्युम्नसिंह शेखावत, डाॅ. बिजेन्द्र प्रधान, सुनील त्यागी आदि उपस्थित रहे।
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