छात्राओं के लिए क्विज प्रतियोगिता और भारतीय भाषाओं की जानकारी दी गई

भारतीय भाषा महोत्सव में ‘भाषाओं के माध्यम से एकता’ थीम पर दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित

लाडनूँ, 5 मार्च 2025। जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर द्विदिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बारे में जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में पहले दिन, विद्यार्थियों के लिए एक क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें उन्हें राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न पहलुओं पर प्रश्न पूछे गए तथा दूसरे दिन, भारतीय भाषा महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने विभिन्न भारतीय भाषाओं के बारे में जानकारी दी गयी। विभागाध्यक्ष प्रो. बी.एल. जैन ने छात्राओं को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस नीति में विद्यार्थियों को अवगत करवाने के लिए सारथी बनाए गए हैं, जो शिक्षा क्षेत्र के सभी छात्रों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि इस नीति का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को उनके आने वाले भविष्य में होने वाले शिक्षा संबंधी नए उपक्रमों के बारे में अवगत करवाना है।

क्विज प्रतियोगिता में लिया छात्राओं ने भाग

प्रथम दिन के कार्यक्रम में, एक क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रा खुशी जोधा ने विद्यार्थियों को 15 प्रश्न दिए। इन प्रश्नों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से संबंधित सभी नई जानकारियां शामिल थीं। पहले दिन क्विज में ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया, जिसमें सभी विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इसका साथ ही दूसरे दिन भारतीय भाषा महोत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति में शामिल की गई भारतीय भाषाओं के संवर्धन और संरक्षण का महत्व विद्यार्थियों को बताना था। विभागाध्यक्ष प्रो. जैन ने विद्यार्थियों से अनुरोध किया कि वे अपनी भाषा के महत्व को समझें और इन भाषा को अपनाने और अपनी क्षेत्रीय भाषाओं को बोलने पर जोर दें। भारतीय भाषाओं की समृद्धता को समझने और एक भाषाई रूप से जागरूक और सांस्कृतिक रूप से समावेशी पीढ़ी के निर्माण में योगदान देने का अवसर मिलता है।

भाषायी धरोहर के संरक्षण की आवश्यकता

मुख्य वक्ता डा. अमिता जैन ने भाषा के संवर्धन और संरक्षण के लिए किए जा रहे सभी प्रयासों के बारे में बताया और बताया कि भारतीय भाषा महोत्सव का उद्देश्य शिक्षा नीति में भाषा का महत्व समझना और समझाना है। इस वर्ष के भारतीय भाषा उत्सव का थीम है, ‘भाषाओं के माध्यम से एकता’। जो यह दर्शाता है कि भारत की विविध भाषाई परंपराएं राष्ट्रीय एकता को कैसे प्रोत्साहित करती हैं और एक सामंजस्यपूर्ण समाज का निर्माण करती हैं। एनईपी सारथी खुशी जोधा ने भी छात्राओं को इस कार्यक्रम का महत्व बताया। इस भाषाई और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए भारतीय भाषाओं को शिक्षा के सभी स्तरों में शामिल करना आवश्यक है। कार्यक्रम के संयोजक खुशाल जांगिड़ ने भी शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के नए आयामों और उसके भाषाई महत्व को समझाया और इसका लक्ष्य उजागर किया। कार्यक्रम में विभाग के सभी शिक्षक गण और सभी छात्राएँ उपस्थित रहे।

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