राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर किया जागरूकता चलचित्र का प्रदर्शन

भारत की शिक्षा प्रणाली वैश्विक स्तर की बनेगी- प्रो. जैन

लाडनूँ, 7 अप्रेल 2025। जैन विश्वभारती संस्थान के शिक्षा विभाग में संचालित किए जा रहे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रसार अभियान के तहत आयोजित एक दिवसीय शिक्षा नीति जागरूकता कार्यक्रम के अवसर पर एक लघुचित्र का प्रदर्शन छात्राध्यापिकाओं के समक्ष किया गया। इस चलचित्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति में समाहित प्रमुख योजनाओं जैसे अध्ययन-अंक संग्रहण योजना, चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम और राष्ट्रीय मूल्यांकन ढांचा की जानकारी दी गई। लघुचित्र व कार्यक्रम में उच्चशिक्षा में लचीलापन, कौशल आधारित पाठ्यक्रम, नैतिक शिक्षा तथा तकनीकी समावेश को प्रभावशाली रूप में दिखाया गया।

भारत की शिक्षा प्रणाली बनेगी वैश्विक स्तर की

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो. बी.एल. जैन ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह नीति भारत की शिक्षा प्रणाली को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने का कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि आज के समय में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (ए.आई.) शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन ला रही है। इसके माध्यम से शिक्षण, मूल्यांकन और शिक्षण सामग्री निर्माण को अधिक प्रभावशाली एवं व्यक्तिगत बनाया जा सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे नवीन तकनीकों का सही दिशा में उपयोग करें और भविष्य की चुनौतियों के लिए स्वयं को तैयार करें। एनईपी सारथी खुशी जोधा ने कहा कि यह नीति विद्यार्थियों को विषयों के चयन की स्वतंत्रता देती है और उनके बहुमुखी विकास की दिशा में कार्य करती है। उन्होंने इसे एक आधुनिक, व्यावहारिक और विद्यार्थी हितैषी पहल बताया। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं से विद्यार्थियों को पढ़ाई में लचीलापन और व्यावसायिक अवसर प्राप्त होंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों और शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति की विशेषताओं और उद्देश्यों से अवगत कराना था। कार्यक्रम में सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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