संस्थान में शहीद दिवस पर कार्यक्रम आयोजित

शहीद भगतसिंह ने अहिंसा के मार्ग को त्याग कर क्रांति का रास्ता चुना- प्रो. त्रिपाठी

लाडनूँ, 23 मार्च 2022। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय एवं एनसीसी के संयुक्त तत्वावधान में शहीद दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्राचार्य प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने शहीद भगत सिंह के जीवन के सम्ंबधित प्रेरक घटनाओं की जानकारी दी और बताया कि वे शुरू में महात्मा गांधी के अहिंसात्मक आंदोलन से जुड़े हुए थे, लेकिन जब जलियांवाला बाग में निहत्थे व निर्दोष लोगों पर गोलिया बरसाने की खबर मिली और वे अपने विद्यालय से दौड़कर वहां पहुंचे तथा जो नजारा देखा, तो अहिंसा से उनका मन उखड़ गया और चन्द्रशेखर आजाद की गदर पार्टी में शामिल हो गए। जनरल साण्डर्स द्वारा लाला लाजपतराय पर लाठियां बरसाने की घटना के बाद भगतसिंह ने उनकी हत्या का संकल्प ले लिया। वे समझ चुके थे कि अंग्रेज शांति की भाषा नहीं समझ सकते और उन्होंने क्रांति का रास्ता अपनाया। प्रो. त्रिपाठी ने भगतसिंह और सुखदेव व राजगुरू के बलिदानों को भी याद किया और उनसे प्रेरणा लेने की आवश्यकता बताई। मुख्य अतिथि जगदीश यायावर ने भगतसिंह के जीवन से राष्ट्र के लिए अपना जीवन समर्पित करने की जरूरत पर बल दिया तथा भ्रष्टाचार व आतंकवाद को नष्ट करने को राष्ट्रभक्ति बताते हुए इसके लिए सबके सहयोग की आवश्यकता बताई। कार्यक्रम में ममता गोरा, भावना जोशी, दीक्षा चौधरी, आशा स्वामी, मनीषा चौधरी, कोमल, साक्षी शर्मा, हेमपुष्पा, निशा, पूजा आदि ने कविताओं एवं वक्तव्य के माध्यम से भगतसिंह के जीवन, शहादत और राष्ट्रप्रेम की भावनाओं को अभिव्यक्ति प्रदान की। कार्यक्रम के अंत में डॉ. प्रगति भटनागर ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन संयोजक अभिषेक चारण ने किया। कार्यक्रम में अजयपालसिंह, श्वेता खटेड़, देशना चारण, अभिषेक शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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