आजादी का अमृत महोत्सव पर देश के 75 सालों की स्थिति का अवलोकन
वैश्विक नेतृत्व की दिशा में मौजूद है भारत के समक्ष अनेक चुनौतियां- प्रो. यादव
लाडनूँ, 15 जुलाई 2022। कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के अफेयर्स एकेडमी के डीन प्रो. आरएस यादव ने कहा है कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर 75 सालों की अवधि में पलट कर देखना चाहिए कि देश ने क्या खोया और क्या पाया। आजादी के बाद देश में संविधान के प्रारूप में भारत के लक्ष्य तय किए थे। राजनीतिक परिदृश्य में इन्हें हम 4 बिन्दुओं में विभाजित करके आकलन कर सकते हैं। गवर्नेंस, हार्ड पावर केपेबिलिटी, सोफ्ट पावर और ग्लोबल एफेयर्स के रूप में समस्त स्थिति को देखा जा सकता है। वे यहां जैन विश्वभारती संस्थान विश्वविद्यालय में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत ‘भारत के 75 वर्षों के व्यतीत और भावी संभावनाओं की जांच’ विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत कर रहे थे। उन्होंने अपने व्याख्यान में लोकतंत्र की मजबूती, आर्थिक और सामरिक मोर्चों पर देश की आत्मनिर्भरता, विश्वभर में भारतीय मूल्यों की स्थापना, सम्मान और स्वीकार्यता का बढना, भारत के अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बदल कर बचाव की स्थिति से आक्रामक की स्थिति बनाने और वैश्विक नेतृत्व करने की विदेश नीति लागू करने आदि की सफलताएं गिनाई जा सकती है, लेकिन इनके साथ ही देश के सामने नई चुनौतियां भी खड़ी हो गई हैं। प्रो. यादव ने सबके लिए समान काननू-व्यवस्था लागू करने, शासन की पारदर्शिता व जवादेही, शासन में सबकी भागीदारी तय करने, लोकतंत्र की संस्कृति का विकास करने, सभी विविधताओं के समान रूप से पनपने, सबके समादर और परस्पर सद्भाव की प्रवृति का विकास, चुनाव जीतने के लिए प्रलोभन भरे वायदे और संसाधनों के दुरूपयोग को रोके जाने, जीडीपी के साथ एचडीआई को भी बढने देना, सीमाओं की रक्षा के साथ मनुष्य मात्र की हर पहलु से रक्षा सुनिश्चत करने, विश्व के अन्य देशों की आंतरिक हालात पर नियंत्रण करने व समाधान करने की दिशा में भूमिका निभाने की चुनौतियां पार करने आदि की सफलता पर पर ही देश को वैश्विक नेतृत्व मिल सकता है। व्याख्यान के प्रारम्भ में दूरस्थ शिक्षा निदेशक प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने प्रो. यादव का शॉल ओढा कर, स्मृति चिह्न व साहित्य भेंट करके सम्मान किया तथा उनका परिचय प्रस्तुत किया और अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में प्रो. प्रदीप यादव रोहतक भी उपस्थित रहे। शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर प्रो. रेखा तिवाड़ी, डॉ. प्रद्युम्नसिंह शेखावत, डॉ. रविंद्र सिंह राठौड़, डॉ. लिपि जैन, डॉ. आभा सिंह, डॉ. विनोद सियाग, प्रगति चौरड़िया, डॉ. सत्यनारायण भारद्वाज, अच्युतकांत जैन, डॉ. अशोक भास्कर, डॉ. गिरीराज भोजक, डॉ. मनीष भटनागर आदि तथा विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।
Latest from
- दुःसाहसी पर्वतारोही-बाइकर नीतू चौपड़ा ने छात्राओं को सिखाए आत्मरक्षा के गुर
- प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चन्द्र बोस की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित
- जनजातीय गौरव दिवस तथा जनजातीय गौरव वर्ष पर कार्यक्रम आयोजित
- जैविभा विश्वविद्यालय के कुलपति रहे प्रो. लोढा को मिला लाईफटाईम अचीवमेट अवार्ड
- अब शिक्षा क्षेत्र में डिजीटलाइज भविष्य के लिए हो सकेंगे विद्यार्थी तैयार
- अहिंसा एवं शांति विभाग में मनाया गया संविधान दिवस
- एनएसएस के शिविर में राष्ट्रीय एकता एवं साम्प्रदायिक सद्भाव पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित
- जैन विश्वभारती संस्थान एवं राज्य सरकार के आयुष विभाग के साथ हुआ एमओयू
- जैन विश्वभारती संस्थान के अहिंसा एवं शांति विभाग द्वारा विश्व दार्शनिक दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन
- जैविभा विश्वविद्यालय में भव्य कवि सम्मेलन आयोजित
- राष्ट्रीय स्तरीय सात दिवसीय जैन स्काॅलर कार्यशाला आयोजित
- 15वां दीक्षांत समारोह अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण के सान्निध्य में गुजरात के सूरत में आयोजित
- सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में छात्राओं ने सजाई आकर्षक रंगोलियां
- तीन दिवसीय ‘यह दिवाली, माय भारत वाली’ कार्यक्रम आयोजित
- राष्ट्रीय एकता व दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया
- पुरखों व संस्कारों के प्रति आस्था होने पर ही व्यक्ति की सम्पूर्णता- ओंकार सिंह लखावत
- दीपावली पर तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित
- मेहंदी प्रतियोगिताओं में 28 छात्राओं ने हाथों पर सजाई नई-नई डिजाइनें
- एनएसएस की स्वयंसेविकाओं ने विश्वविद्यालय में सफाई अभियान चलाया
- जैन विश्व भारती संस्थान के अहिंसा एवं शांति विभाग की सहायक आचार्य डॉ.लिपि जैन को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार
- संस्थान में संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के संयुक्त तत्वाधान में प्रथम एकदिवसीय शिविर का आयोजन
- अनुपयोगी सामग्री के उपयोग से सजावटी व उपयोगी वस्तुओं का निर्माण
- आईपीएसएस द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में महिला सशक्तिकरण मुद्दा छाया रहा
- केन्द्रीय उच्च शिक्षा मंत्री ने जैविभा संस्थान की प्राच्य विद्याओं व मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की
- छात्राध्यापिकओं ने गरबा महोत्सव आयोजित
- विश्व दृष्टि दिवस पर कार्यक्रम आयोजित
- अहिंसा एवं शांति विभाग के विद्यार्थियों ने किया शैक्षणिक भ्रमण
- शिक्षा विभाग में नवागन्तुक छात्राध्यापिकाओं के स्वागत के लिए ‘सृजन 2024’ का आयोजन
- आगमों एवं प्राचीन अभिलेखों में मौजूद हैं भारतीय संस्कृति के समस्त मूल तत्व- डाॅ. समणी संगीतप्रज्ञा
- ‘उत्तम स्वास्थ्य एवं आध्यात्मिक अनुकूलता’ विषय पर व्याख्यान
- विश्व शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन
- रक्तदाता स्वयंसेविकाओं व छात्राओं को प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित
- एनएसएस स्वयंसेविकाओं ने लगाए पंछियों के लिए परिंडे, चुग्गा-पात्र व घोंसले
- लाडनूँ से 52 छात्राध्यापिकाओं के दल ने गुजरात व माउंट आबू का किया पांच दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण
- प्राकृत भाषा और साहित्य के विकास में जैनाचार्यों और मनीषियों का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा- डाॅ. रविन्द्र कुमार खाण्डवाला
- राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर किया गया आयोजन
- महात्मा गांधी जयंती पर एक कार्यक्रम का आयोजन
- नैतिकता की उड़ान के लिए प्रेक्षाध्यान-जीवन विज्ञान की आवश्यकता- प्रो. त्रिपाठी
- योग एवं जीवन विज्ञान विभाग में नव आगंतुक विद्यार्थियों का स्वागत समारोह आयोजित
- स्वच्छता पखवाड़े के तहत एनएसएस स्वयंसेविकाओं ने किया श्रमदान
- जिला कलेक्टर पुखराज सैन ने लाडनूं में मुनिश्री जयकुमार के दर्शन किए और आध्यात्मिक चर्चा की
- ‘क्रोध नियंत्रण एवं संयमित आचरण’ के लिए विद्यार्थियों को किया प्रेरित'
- खानपुर में भियाणी में निकाली गई स्वच्छता जागरूकता रैली
- लाडनूँ की छात्राओं ने लिया भारतीय युवा संसद में हिस्सा,
- ‘स्वच्छता ही सेवा’ के तहत छात्राध्यापिकाओं द्वारा आयोजित किया गया कार्यक्रम
- कस्तूरबा गांधी अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय में श्रमदान व पौधारोपण किया
- जैविभा विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस मनाया
- छात्राध्यापिकाओं ने ‘पर्यावरण क्लब’ द्वारा बताया स्वच्छता का महत्व
- एनएसएस स्वयंसेविकाओं ने स्वच्छता जागरूकता रैली निकाली और कचरा व नाकारा सामान से बनाए आकर्षक उपयोगी आइटम्स
- मेधावी छात्रा मीनाक्षी भंसाली को परीक्षा परिणाम के आधार पर राजस्थान सरकार से मिला टैबलेट