नवागन्तुक छात्राध्यापिकाओं का स्वागत समारोह आयोजित
जीवन की हर कठिनाई को अवसर के रूप में लें- कुलपति प्रो. दूगड़
लाडनूँ, 6 अक्टूबर 2023। जैन विश्वभारती संस्थान विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में नव प्रवेशित छात्राध्यापिकाओं के स्वागत व परिचय के रूप में शुक्रवार को ‘नव आगन्तुत स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। समारोह में कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ ने कहा कि जीवन की हर कठिनाई को एक अवसर की तरह लेना चाहिए, इससे जीवन में निरन्तर खुशी मिलती रहती है। जीवन में आने वाले प्रत्येक सुअवसर का पूरा लाभ उठाने के लिए प्रेरित करते हुए कुलपति ने अपने हुनर को निरन्तर परिष्कृत करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि नवीनता ही सजीवता होती है। विचारों का उन्मेष एक तरह से पुनर्जन्म की तरह होता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के विकास के लिए संस्थान द्वारा हर संभव प्रयास किया जाता है। यहां शैक्षिक उन्नयन के साथ नैतिक व चारित्रिक विकास का मार्ग भी प्रशस्त होता है। उन्होंने छात्राओं द्वारा प्रस्तुत गायन, वादन, सिलाईकला, पेंटिंग आदि कलाकृतियों का अवलोकन करते हुए उनकी सराहना की। आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय की प्रमुखविशेषताओं और उपलब्धियों के बारे में बताया। विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन ने अपने सम्बोधन में कहा कि शिक्षण कार्य की व्यावसायिक कुशलताओं और व्यावहारिक गुणों, कौशल तथा मानवीयता का विकास करने के लिए प्रेरित किया तथा कहा कि सदैव आत्मविकास के लिए तत्पर रहना चाहिए। प्रो. रेखा तिवाड़ी ने सदैव मूल्यपरक सिद्धांतों को ग्रहण करते रहने के लिए प्रेरित किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुित
कार्यक्रम में ऐश्वर्या सोनी व समूह ने वाद्ययंत्रों के साथ स्वागत-गान प्रस्तुत किया। उषा व समूह ने वाद्ययंत्रों के साथ नृत्य की प्रस्तुति दी। रेणु एवं समूह ने नृत्य व गायन प्रस्ुत किया। दिव्या कंवर ने भरतनाट्यम व दिव्या भास्कर पारीक ने योग के साथ नृत्य की प्रस्तुति दी तथा साथ ही गिटार वादन के साथ गीत पेश किया। इस अवसर पर डा. लिपि जैन, डा. विनोद कस्वां व डा. सरोज राय निर्णयक के रूप में रही। कार्यक्रम में डॉ. गिरधरीलाल शर्मा के निर्देशन में छात्राओं द्वारा निर्मित डोक्यूमेंटरी भी प्रदर्शित की गई। समारोह में सभी नवागन्तुत छात्राध्यापिकाओं ने अपना परिचय मंच पर आकर रैमप-वॉक के साथ प्रस्तुत किया। अंत में डॉ. अमिता जैन व प्रमोद ओला ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन दिव्या भास्कर व आरती पारीक ने किया। डॉ. मनीष भटनागर, डॉ. विष्णु कुमार, डॉ. आभासिंह, डॉ. गिरीराज भोजक, डॉ. गिरधारीलाल, प्रमोद ओला, कुशाल जांगिड़ आदि संकाय सदस्य एवं समस्त छात्राएं उपस्थित रहीं।
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