नई शिक्षा नीति को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

देश को वैश्विक महाशक्ति बनाने की ओर अग्रसर करती है एनईपी- खुशी जोधा

लाडनूँ, 30 जनवरी 2024। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देशानुसार नई शिक्षा नीति एनईपी- 2020 के विभिन्न प्रावधानों के बारे में छात्रों व संकाय सदस्यों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए जैन विश्वभारती संस्थान में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में एनईपी सारथी खुशी जोधा ने बताया कि एनईपी 2020 का लक्ष्य भारत को वैश्विक ज्ञान के क्षेत्र में महाशक्ति बनाना है। एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स (एबीसी) की महत्ता के बारे में भी उन्होंने बताते हुए मल्टीपल एंट्री एंड मल्टीपल एग्जिट सिस्टम व 360 डिग्री असेसमेंट बेस्ड रिपोर्ट कार्ड की विशेषताओं को दर्शाया। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत ‘5 प्लस 3 प्लस 3 प्लस 4’ के पैटर्न के बारे में भी जानकारी दी गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन ने बताया कि एनईपी व्यापक आधार वाले बहु-विषयक पाठ्यक्रम पर जोर देता है। उन्होंने कई निकास विकल्पों के साथ 4 वर्षीय स्नातक कार्यक्रम की विशेषताओं के बारे में भी जानकारी दी। कार्यक्रम के संयोजक आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आनन्दप्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि नई शिक्षा नीति छात्राओं को अध्ययन में आजादी और फ्लैक्सिबिलिटी प्रदान करती है। छात्राओं को सर्विस टेकर ना बनाकर सर्विस गिवर बनने की राय दी। नई शिक्षा नीति के तहत स्कूल में 5वीं तक शिक्षा मातृभाषा या फिर क्षेत्रीय भाषा में दी जाएगी। कार्यक्रम में डॉ. मनीष भटनागर, डॉ. गिरिराज भोजक, डॉ. आभा सिंह, डॉ. सरोज राय, प्रमोद ओला, खुशाल जांगिड़ व संस्थान के अन्य संकाय सदस्य तथा शिक्षा विभाग व आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय की समस्त छात्राएं उपस्थित रही।

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