अहिंसा एवं शांति विभाग में मनाया गया संविधान दिवस

लाडनूँ, 26 नवम्बर 2024। जैन विश्व भारती संस्थान के अहिंसा शांति विभाग द्वारा संविधान दिवस मनाया गया । इस अवसर पर सर्वप्रथम विभाग की सहायक आचार्य डॉ. लिपि जैन ने भारतीय संविधान की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को स्पष्ट करते हुए बताया कि हमारा संविधान संविधान सभा द्वारा बनाया गया लिखित दस्तावेज है, जिसमें उल्लेखित प्रावधान लोकतांत्रिक आदर्श स्थापित करने में महत्वपूर्ण आधार माने जा सकते हैं। साथ ही संविधान के अनुच्छेद एवं अनुसूचियां के बारे में भी अपने विचार प्रस्तुत किये । विभाग के सहायक आचार्य डॉ. रविंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि हमारा संविधान राष्ट्र की आत्मा कहा जाता है जिसमें भारत की संप्रभुता, एकता एवं अखंण्डता जैसे आदर्श को अंगीकार किया गया है। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ. बलबीर सिंह ने भारतीय संविधान के दार्शनिक आधार तथा स्वरूप पर प्रकाश डाला और बताया कि भारत का संविधान एक ऐसा प्रारूप है जो की विश्व के अनेक संविधानों की अच्छाईयों को अंगीकार करके बनाया गया है। प्रत्येक संविधान में उस राष्ट्र के नागरिकों की भावनाओं एवं अपेक्षाओं का समायोजन होता है,अतः प्रत्येक सरकार का दायित्व है कि वह संविधान के आदर्शों एवं प्रावधानों के अनुरूप ही शासन व्यवस्था का संचालन करें। इस अवसर पर विभाग के विद्यार्थी भी उपस्थित रहे।

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