आकर्षक सम्प्रेषण शिक्षण के साथ व्यावहारिक जीवन में भी उपयोगी

लाडनूँ, 27 अप्रेल 2018। मोदी यूनिवर्सिटी आफ साईंस एंड टेक्नोलोजी सीकर के सह आचार्य डाॅ. अशोक एस. राव ने पढाने के तरीकों को सहज बनाने एवं अध्यापक के लिए आवश्यक गुणों के विकास के बारे में यहां जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बताया; उन्होंने यहां सेमिनार हाॅल में विश्वविद्यालय के अंगे्रजी विभाग के तत्वावधान में आयोजित अंग्रेजी भाषा की सम्प्रेषण दक्षता को विकसित करने सम्बंधी कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अध्यापक को अपने विषय में गहरी जानकारी हासिल करने के लिए नियमित अध्ययन आवश्यक होता है। अध्यापक का विद्यार्थियों के सामने संतुलित व सहज व्यवहार, अनुशासन प्रियता, समय की प्रतिबद्धता आदि पर ध्यान देना जरूरी है। उन्होंने सीखने-सिखाने के तरीकों को रोचक बनाने के उपाय बताऐ तथा कहा कि आकर्षक सम्प्रेषण से व्यावहारिक जीवन में बहुत उपयोगी सिद्ध होता है। उन्होंने इस अवसर पर अंग्रेजी भाषा में सम्प्रेषण दक्षता प्राप्त करने के सम्बंध में यहां विश्वविद्यालय के समस्त शैक्षणिक व मंत्रालयिक कर्मचारियों को अंग्रेजी भाषा की सरलता को रेखांकित करते हुए महत्वपूर्ण टिप्स भी बताये। कार्यशाला के प्रारम्भ में प्रो. रेखा तिवाड़ी ने डाॅ. राव का परिचय प्रस्तुत किया तथा अंत में विभागाध्यक्ष डाॅ. गोविन्द सारस्वत ने आभार ज्ञापित किया।

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