अब विदेशों में भी अध्ययन कर पायेंगे जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के विद्यार्थी

जैन विश्वभारती संस्थान का देश-विदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों से एमओयू

लाडनूँ, 9 मई 2018। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) निरन्तर वैश्विक स्तर पर अग्रसर हो रहा है। इसके अन्तर्गत दो विदेशी विश्वविद्यालयों से उसके एमओयू/एग्रीमेंट्स हैं। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार वीके कक्कड़ ने बताया कि देश-विदेश के 9 विश्वविद्यालयों से जैन विश्वभारती संस्थान के साथ एमओयू हुये हैं, जिनमें विद्यार्थियों एवं फेकल्टी का एक्सचेंज कार्यक्रम तय किए गए हैं। इन शिक्षण संस्थानों व विश्वविद्यालयों से अन्तर्सम्बंधों के कारण जहां इस विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को विदेशों के विश्वविद्यालयों में नवीन शिक्षण पद्धतियों एवं तकनीकों को सीखने का अवसर मिलेगा, वहीं विदेशी विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों को यहां आकर जैन विद्या, योग व जीवन विज्ञान, संस्कृत व प्राकृत भाषा, भारतीय संस्कृति, पाठ्यक्रमों एवं पद्धतियों को नजदीकी से देखने-समझने एवं सीखने का अवसर मिल पायेगा। कुलसचिव कक्कड़ ने बताया कि सिंगापुर की प्रज्ञा योग, बेल्जियम की घेंट यूनिवर्सिटी, जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी जयपुर, स्वार्णिम गुजरात स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी गांधीनगर, कोबा की प्रेक्षाध्यान एकेडमी एवं स्वामी विवेकानन्द योग अनुसंधान विश्वविद्यालय बैंगलोर के साथ अन्तर्सम्बंध स्थापित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय संस्थानों के साथ इस विश्वविद्यालय के साथ अन्तर्सम्बंध रहे हैं।

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