जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में अब सायंकालीन कक्षाऐं
लाडनूँ 04 जुलाई 2018। दिन में अपने व्यवसाय या सर्विस में रहने वाले व्यक्तियों के लिये भी अब अपनी नियमित कक्षाओं में उपस्थित होकर अध्ययन करना आसान हो गया है। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में इसके लिये विशेष रूप से रात्रिकालीन कक्षायें प्रारम्भ की गई है। कुलसचिव विनोद कुमार कक्कड़ ने बताया कि इस सत्र से एमए स्नातकोत्तर की कक्षाओं को रात्रिकालीन किया जा रहा है, जिनसे रोजगाररत व्यक्ति नियमित अध्ययन कर पायेंगे। संस्थान के अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. गोविन्द सारस्वत ने बताया कि ये सुविधा उनके लिए शुरू की गई है, जो कहीं सर्विस कर रहे है या स्वयं का व्यवसाय कर रहे हैं और दिन में नियमित विद्यार्थी के रूप में प्रवेश नहीं ले सकते। ऐसे विद्यार्थी नियमित छात्र के रूप मे इन सायंकालीन कक्षााओं के लिए प्रवेश ले सकते हैं। सारस्वत ने बताया कि इन रात्रिकालीन कक्षाओं में प्रवेश के लिये इच्छुक विद्यार्थियों को अपने नियोक्ता से एक प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा। प्रवेश के लिए स्नातक में न्यूनतम 45 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य रखा गया है।
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