जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में गरबा नृत्य का शानदार आयोजन
गरबा में होती है नारी शक्ति की भावनायें अभिव्यक्त- कक्कड़
लाडनूँ, 15 अक्टूबर 2018। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय एवं कैरियर काउंसलिंग सेल के संयुक्त तत्वावधान में नवरात्रा के अवसर पर संस्थान परिसर में डांडिया नृत्य (गरबा) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहर भर की महिलाओं की भीड़ उमड़ी। कनक दूगड़ की अध्यक्षता में आयोजित इस गरबा नृत्य कार्यक्रम में अंजम बैद मुख्य अतिथि थी। कुलसचिव कक्कड़ ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि हमारी सांस्कृतिक विरासत को हम स्वयं उस पर अमल करके ही संभाल कर रख सकते हैं। नवरात्रा का पर्व पवित्रता के साथ महिला शक्ति का समर्थक पर्व है, जिसमें नारी को शक्ति का रूप मान कर उसकी पूजा किये जाने का विधान है। गरबा नृत्य में महिलायें उन्मुक्त रूप से अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करती हैं, लेकिन मर्यादित स्वरूप में ही। यही इस पर्व की विशेषता है। आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने गरबा को नारी-गौरव का प्रतीक बताया तथा कहा कि गरबा में नृत्य की कला के साथ विभिन्न भाव-भंगिमायें नारी के महत्व को प्रतिपादित करती है। उन्होंने अतिथियों का स्वागत करते हुये संस्थान में हर साल होने वाले गरबा कार्यक्रम के बारे में बताया। कैरियर काउंसलिंग सेल के समन्वयक डाॅ. जुगलकिशोर दाधीच ने कहा कि डांडिया नृत्य के माध्यम सेे यहां अध्ययनरत छात्राओं के अलावा उनकी माताओं व अभिभावकों का भी संस्थान के साथ गहरा जुड़ाव होता है। विभिन्न पारम्परिक वेशभूषा में सजी-धजी छात्राओं के सभी दस समूहों के गरबा नाच के अलावा कार्यक्रम में समागत अभिभावकों ने भी अपने गरबा नृत्य का प्रस्तुतिकरण सामूहिक रूप से किया।
दस समूहों ने किया गरबा नृत्य
कार्यक्रम में गरबा में भाग लेने वाली छात्राओं के 10 समूह गठित किये गये। इन समूहों द्वारा बारी-बारी से गरबा नृत्यों का प्रदर्शन किया, जिनके आधार पर निर्णायकगणों ने मूल्यांकन करके विजेता घोषित किये। इनमें प्रथम स्थान पर मुस्कान एवं समूह रहा। इस समूह में महिमा, योगिता, सृष्टि, कीमती, स्नेहा, मुस्कान, रश्मि व मानसी शामिल थी। द्वितीय स्थान पर ताम्बी एवं समूह रहा, जिसमें ताम्बी, ज्योति, मधु, जयश्री, नीतू, सरिता, विमला व कीर्ति शामिल थी। तृतीय स्थान पर दीप्ति एवं समूह रहा, जिसमें छात्रा दीप्ति, वसुंधरा, तब्बसुम, यास्मीन, निलोफर, किरण, रोहाना व कोमल शामिल थी। विजेता रहे सभी समूहों की छात्राओं को कार्यक्रम के अंत में पुरस्कार प्रदान किये गये। इन छात्राओं के अलावा अभिभावकों में से गरबा खेलने वालों को विशिष्ट पुरस्कार भी प्रदान किये गये, जिनमें सुजानगढ के सुरेश, सोनिका जैन व रश्मि बोकड़िया को पुरस्कृत किया गया।
Latest from
- कस्तूरबा गांधी अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय में श्रमदान व पौधारोपण किया
- जैविभा विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस मनाया
- छात्राध्यापिकाओं ने ‘पर्यावरण क्लब’ द्वारा बताया स्वच्छता का महत्व
- एनएसएस स्वयंसेविकाओं ने स्वच्छता जागरूकता रैली निकाली और कचरा व नाकारा सामान से बनाए आकर्षक उपयोगी आइटम्स
- मेधावी छात्रा मीनाक्षी भंसाली को परीक्षा परिणाम के आधार पर राजस्थान सरकार से मिला टैबलेट
- शांति मानव कल्याण का आधार - श्री विक्की नागपाल
- स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत छात्राओं को दिलवाई स्वच्छता की शपथ
- स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत छात्राओं ने बनाई अनुपयोगी सामान से उपयोगी सामग्री
- स्वच्छता जागरूकता संबंधी रैली निकल गई
- जैन विश्व भारती संस्थान में स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन
- महिला स्वतंत्रता सेनानी मणिबेन के जीवन व कार्यों को याद किया
- मान, सम्मान और गौरव की भाषा है हिन्दी- प्रो. जैन
- व्यक्तित्व विकास के लिए आत्मविश्वास व अनुशासन अधिक जरूरी- नाहटा
- क्षमा के आदान-प्रदान से बन सकता है कार्य-व्यवहार और जीवन शुद्ध- कुलपति प्रो. दूगड़
- छात्राओं ने टैलेंट को प्रस्तुत कर गीत, नृत्य, काॅमेडी से सबको किया प्रभावित
- गणेश चतुर्थी कार्यक्रम में भजन-वंदना, श्लोक, आरती, की प्रस्तुति
- पर्युषण पर्वाराधना कार्यक्रम के तहत ध्यान दिवस मनाया
- पर्युषण पर्व के छठे दिन ‘जप दिवस’ मनाया
- त्याग से जीवन में नियंत्रण और समता भाव बढते हैं- मुनिश्री कौशल कुमार
- शिक्षक सिखाते हैं जीवन को सफल बनाने की कला- प्रो. दूगड़
- दीक्षारंभ कार्यक्रम के चैथे दिन शिक्षक दिवस आयोजित
- दीक्षारंभ कार्यक्रम के तीसरे दिन व्यक्तित्व विकास पर व्याख्यान, योग का महत्व बताया
- वाणी संयम के साथ मितभाषिता भी सफल जीवन के लिए जरूरी- प्रो. त्रिपाठी
- जीवन में दृष्टिकोण परिवर्तन एवं ‘सकारात्मक’ बनने के तरीके बताए
- वास्तुदोष के प्रभाव एवं निराकरण के वैज्ञानिक उपाय पर व्याख्यान आयोजित
- सात दिवसीय पर्युषण पर्व में ‘सामायिक दिवस’ मनाया
- पर्युषण पर्व सप्ताह में दूसरे दिवस ‘स्वाध्याय दिवस’ मनाया
- प्राकृत भाषा और साहित्य में निहित है भारतीय संस्कृति का मर्म- प्रो. अनेकान्त जैन
- योगासन स्वस्थ एवं फिट रहने का महत्वपूर्ण आधार
- फिट इंडिया शपथ कार्यक्रम का आयोजन
- जैन विश्व भारती संस्थान में राष्ट्रीय खेल दिवस का आयोजन
- दो छात्राओं का नेवी और सहायक प्रोफेसर पद पर नियुक्तियां
- एन.एस.एस. द्वारा बैडमिंटन खेल का आयोजन
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर जागरूकता रैली निकाली
- छात्राध्यापिकाओं ने जन्माष्टमी पर्व मनाया, नृत्य व भजनों से कृष्ण को रिझाया
- युवा अहिंसा प्रशिक्षण शिविर: शांतिपूर्ण समाज का आधार
- राष्ट्रीय अन्तरिक्ष दिवस पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन
- संस्कृत दिवस व रक्षाबंधन कार्यक्रम आयोजित
- मेहंदी और लहरिया महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन
- सात दिवसीय ‘रैगिग अपराध निषेध’ कार्यशाला का आयोजन
- वैदिक परम्परा में निहित हैं जीव और प्राण कीे वैज्ञानिकता के सूत्र- डाॅ. साहू
- एंटी रैगिंग जागरूकता एवं नशा मुक्ति कार्यक्रम आयोजित
- सात दिवसीय ‘रैगिग अपराध निषेध’ कार्यशाला का आयोजन
- जैविभा विश्वविद्यालय में 78वां स्वाधीनता दिवस धूमधाम से मनाया
- ‘हर घर तिरंगा’ रैली का आयोजन, लोगों को किया प्रेरित
- भारत विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर व्याख्यान आयोजित
- सात दिवसीय रैगिंग अपराध निषेध कार्यक्रम में तृतीय दिवस पीजी स्टुडेंट्स की कार्यशाला का आयोजन
- रैगिंग और नशावृति शिक्षा के लिए अवरोधक होते हैं, रेका जाना जरूरी- डॉ. कौशिक
- सात दिवसीय एंटी रैगिग कार्यशाला का आयोजन
- सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में स्वामी, ठोलिया व बुरड़क तीनों प्रथम रही