जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्याय) में नाॅक टीम के आगमन से पूर्व हुई माॅक-ड्रिल
सकारात्मक विचार जीवन के हर मोड़ पर आवश्यक- प्रो. भोगा
लाडनूँ, 22-23 जनवरी 2019। आरटीएम नागपुर विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान के आचार्य प्रो. एसएस भोगा ने सकारात्मक सोच को जीवन के हर मोड़ पर आवश्यक बताते हुये कहा कि जिस कार्यस्थल पर हम काम करते हैं, वहां पर रचनात्मक विचारों का प्रवाह रहने पर वातावरण में बदलाव संभव हो पाता है। उन्होंने कहा कि अपने कार्यस्थल के उद्देश्यों, नीतियों व कार्यक्रमों को लेकर पूरी निष्ठा बनाये रखने पर कर्मचारी स्वयं का विकास व भला कर सकता है। वे यहां जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक कर्मचारियों में उनकी कार्यक्षमता बढाने के सम्बंध में उन्हें सम्बोधित कर रहे थे। प्रो. के एस भारती नागपुर ने इस अवसर पर कहा कि प्रत्येक संस्थान का यह दायित्व होता है कि वह अपने कार्मिकों को दी जाने वाली समस्त आवश्यक सुविधाओं के प्रति सचेत रहे। कर्मचारियों के प्रति प्रबंधन का मित्रवत् व्यवहार ही उनमें कार्यकुशलता बढाने में सहायक बनता है। इसके साथ ही कर्मचारियों का दायित्व भी होता है कि वे अपने संस्थान व प्रबंधन के प्रति पूर्ण विश्वसनीय और ईमानदार रहें। उन्होंने बताया कि शिक्षक का दायित्व केवल अपने विद्यार्थियों के प्रति ही नहीं, बल्कि संस्थान, अभिभावकों, समाज व राष्ट्र के प्रति भी होता है। इसलिये उनकी जिम्मेदारियां अधिक बढ जाती है।
निष्ठा सदैव आवश्यक
हिमाचल केन्द्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के समाज कार्य विभाग के डाॅ. आशुतोष प्रधान ने कहा कि कर्मचारियों का व्यवहार केवल वैयक्तिक ही नहीं बल्कि सामुहिक रूप से भी महत्वपूर्ण होता है। इसके लिये उन्हें सदैव सावधानीपूर्वक व निष्ठावान रह कर ही कार्य करना चाहिये। कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ ने राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नाक) द्वारा किये जाने वाले मूल्यांकन के बारे में जानकारी दी तथा कहा कि नाक की टीम शीघ्र ही संस्थान का दौरा करेगी, जिसके लिये संस्थान ने माॅक-ड्रिल का आयोजन किया। इसमें माॅक-ड्रिल टीम ने तीन दिनों में संस्थान में संचालित विभिन्न विभागों का दौरा किया और विद्यार्थियों, शोध-अध्येताओं, शैक्षणिक स्टाफ, गैर-शैक्षणिक स्टाफ से वार्ता की। पुस्तकालय, खेलकूद गतिविधियों, महिला व पुरूष छात्रावासों, प्रयोगशालाओं आदि का अवलोकन किया और संस्थान के दस्तावेजों का निरीक्षण भी किया। कुलपति प्रो. दूगड़ ने समस्त कर्मचारियों से उनके द्वारा किये जा रहे निरन्तर सहयोग की सराहना करते हुये आभार जताया।
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